संयुक्त राष्ट्र के अध्यक्ष एंटोनियो गुटेरेस ने सोमवार को लीबिया की राजधानी त्रिपोली में सैन्य तनाव की सख्त निंदा की है और तत्काल इसे रोकने का आदेश जारी किया है। हाल ही में कमांडर खलीफा हफ्तार ने मिटिगा एयरपोर्ट पर हवाई हमला किया था।
यूएन अध्यक्ष ने “हालातो को सामान्य करने के लिए सभी सैन्य अभियानों को तत्काल रोकने और सभी प्रकार के संघर्षो से बचने का आग्रह किया है। उन्होंने सैन्य तनावों को बढाने और त्रिपोली में जारी संघर्ष की सख्ती से निंदा की है। साथ ही लिबयन नेशनल आर्मी द्वारा हवाईअड्डे पर किये हवाई हमले की भी आलोचना की है।”
I leave Libya with a heavy heart and deeply concerned. I still hope it is possible to avoid a bloody confrontation in and around Tripoli.
The UN is committed to facilitating a political solution and, whatever happens, the UN is committed to supporting the Libyan people.
— António Guterres (@antonioguterres) April 5, 2019
इस हवाई हमले के बाद त्रिपोली के एकमात्र हवाईअड्डे का संचालन बंद कर दिया गया है और इसमें हजारो लोग भाग निकले हैं। एयरपोर्ट पर हवाई हमले की जिम्मेदारी सोमवार को खलीफा हफ्तार ने ली है विद्रोहियों के प्रवक्ता ने कहा कि उन्होंने मिग 23 सैन्य विमान और एक हेलीकाप्टर पर निशाना साधा था।
बीते हफ्ते यूएन के अध्यक्ष लीबिया की यात्रा पर थे ताकि राजनीतिक समझौते को आगे बढाते हुए चुनावो का आयोजन किया जा सके। इस दौरान हफ्तर ने त्रिपोली पर आक्मन कर दिया था। हालाँकि यूएन समर्थित सरकार का राजधानी पर नियंत्रण है लेकिन इसके विभाग को सामानांतर देश के पूर्वी भाग में नियुक्त सरकार ने मान्यता नहीं दे रखी है।
लीबिया में प्रवासियों और शरणार्थियों को मानवीय सहायता की ज़रूरत है. त्रिपोली के एक हिरासत केंद्र में उनकी बात सुनकर और उनकी पीड़ा और निराशा देख कर महासचिव स्तब्ध रह गए. अनिश्चित भविष्य के साथ इन केंद्रों में प्रवासियों और शरणार्थियों को असीमित समय तक रोक कर रखा जाता है. pic.twitter.com/Td5tJDsO0z
— UNHindi (@UNinHindi) April 6, 2019
यूएन ने कहा कि लीबिया में प्रवासियों और शरणार्थियों को मानवीय सहायता की ज़रूरत है। त्रिपोली के एक हिरासत केंद्र में उनकी बात सुनकर और उनकी पीड़ा और निराशा देख कर महासचिव स्तब्ध रह गए। अनिश्चित भविष्य के साथ इन केंद्रों में प्रवासियों और शरणार्थियों को असीमित समय तक रोक कर रखा जाता है।
वाशिंगटन पोस्ट के मुताबिक अमेरिका, फ्रांस, इटली, ब्रिटेन और संयुक्त अरब अमीरात ने वांशिगटन में संयुक्त बयान में कहा कि “हम लीबिया में किसी भी प्रकार की सैन्य कार्रवाई का विरोध करते हैं और देश में तनाव को बढ़ाने के लिए किसी भी लीबिया के गुट की भागीदारी को उत्तरदायी मानेगे।”