प्रकाश झा की ‘लिपस्टिक अंडर माय बुरखा’ को रिलीज़ से पहले ही सुर्ख़ियों में रहने का काफी फायदा मिला। फिल्म ने अपने ओपनिंग डे पर 1. 22 करोड़, शनिवार को 2 .17 करोड़ का बॉक्स ऑफिस संग्रह किया। यह फिल्म देशभर में मात्र 400 स्क्रीन्स पर रिलीज़ हुई है।
इस फिल्म की कहानी भोपाल शहर में रहने वाली चार औरतों, ऊषा, शिरीन , लीला और रिहाना के इर्द गिर्द घूमती है। फिल्म में ऊषा का किरदार रत्ना पाठक शाह , वही शिरीन का कोंकणा सेन, लीला का अहाना कुमरा और रिहाना का प्लाबिता बोरठाकुर निभा रही है।
ऊषा को हर कोई ‘बुआ जी’ सम्बोधित करता है, जिसकी दिलचस्पी रोमांटिक उपन्यासों की ओर थोड़ी ज़्यादा है, शिरीन एक सेल्स वुमन होती है, ओर उनके पति, सुशांत सिंहको शिरीन के इस काम की कोई जानकारी नहीं होती, और वही लीला को जिससे प्यार होता है उससे उनकी शादी नहीं हो पाती ओर रिहाना, अपने परिवाहिक प्रतिबंधो के चलते अपने पिता का सिलाई कड़ाई में मदद करती है।
इन चारों महिलाओं को दुनिया से छुपा कर अपनी वास्तविक ज़िन्दगी जीनी पड़ती है। अंत में फिल्म की कहानी इस दोराहे पर आ जाती है कि दर्शकों को सोचने पर मजबूर कर देती है।