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    लालू यादव ,चारा घोटाले

    चारा घोटाला मामले में दोषी पाए गए लालू यादव एक बार फिर जेल जायेंगे। यह घटना लालू यादव के साथ पहली बार घटित नहीं हो रही है। उनके जेल जाने की खबर उनकी पार्टी से लेकर घरवालों तक थी। लेकिन लालू यादव को इस बात का थोड़ा भी अंदाजा नहीं था कि इस बार जेल मैन्युअल के कारण उनकी मनमर्ज़ी नहीं चलेगी। दरअसल राष्ट्रिय जनता दल के चार नेता और वकील प्रभात कुमार यादव से मिलने जेल पहुंचे। लेकिन लालू से उनकी मुलाकात बहुत ही कम समय की हुई। उसके बाद रांची के विरसा मुंडा गेट पर राजद नेताओ को भी उनसे मिलने की अनुमति नहीं मिली। इस घटना के बाद उनहें बताया गया कि सप्ताह में केवल तीन लोग ही उनसे मिल सकते है। क्योंकि यह जेल के मैन्युअल में सम्मलित है। लेकिन जेल मैन्युअल की बात सुनते ही राजद नेताओ ने नारे लगाने यह कह कर शुरू कर दिए कि भाजपा हमसे दोहरे व्यवहार अपना रही है।

    इस व्यवस्था से नाराज कुछ राजद नेता जिसमे झारखण्ड अध्यक्ष अन्नपूर्णा देवी और भोला यादव ने झारखण्ड के मुख्यमंत्री रघुवर दास से मुलाकात की। नेताओ ने मुख्यमंत्री से मुलाकात कर कहा कि लालू यादव हमारे जन नेता है, इसलिए उनके साथ जेल में अपनाये गए नियम को दरकिनार करते हुए अधिक लोगो को उनसे मिलने दिया जाए। लेकिन झारखण्ड के मुख्यमंत्री रघुवर दास ने राजद नेताओ की बातो को सूना लेकिन उसपर कोई प्रतिक्रिया वयक्त नहीं की।

    लालू यादव के दोषी पाए जाने पर बिहार की सियासत गरमा गई है। राजद लगातार बीजेपी पर हमला बोले जा रही है। लालू के जेल जाने के बाद राजद के वरिष्ठ नेता रघुवंश प्रसाद सिंह ने बीजेपी पर जमकर हमला बोला है। रघुवंश ने न्यायलय के फैसले को बीजेपी का षड़यंत्र बताते हुए कहा कि लालू यादव को जेल भेजना और जग्गनाथ मिश्रा को रिहा करवाना सब नरेन्द्र मोदी का किया धरा है। रघुवंश प्रसाद ने प्रेस वार्ता कर पूर्व सीबीआई अधिकारी ऐपी दुराई की लिखी गई किताब सीबीआई बनाम लालू प्रसाद यादव का हवाला देते हुए कहा कि सीबीआई ने लालू प्रसाद और आईपीएस अधिकारी को फंसाने की साजिश की गई। प्रसाद ने लालू को पिछड़ो का नेता बताया है, उन्होंने कहा कि लालू ने गरीबो के लिए मंडल कमीशन लागु कर सुप्रीम कोर्ट तक लड़ाई लड़ी है।

    लेकिन राजद अब लालू के मामले में कुछ नहीं कर सकती है। जेल मैन्युअल के कारण लालू की परेशानियां भी बढ़ गई है। इससे एक बात स्पष्ट हो गया है कि अगर लालू यादव के साथ जेल नियमो में बदलाव नहीं किये गए तो राजद का भविष्व अँधेरे में जाते दिख रहा है