आज कल लालू यादव चूहे पर दिए अपने बयानों के लिए खासे प्रसिद्ध हो रहे है। वैसे चूहों पर बयान देना कोई बड़ी बात नहीं है। लालू यादव तो वैसे भी चूहों पर कई बार बयान दे चुके है और अपने बयानों के कारण विवादों में भी आ चुके है। 90 के दशक में उनका एक जुमला ‘भूरा बाल साफ करो’ काफी प्रसिद्ध हुआ था।
माना जा रहा था कि इस नारे का मतलब स्वर्ण जातियों को सत्ता से बेदखल करने से था। हालांकि अब लालू ने खुद इस नारे पर सफाई देते हुए कहा है कि उनके किसी भी नारे का ऐसा मतलब नहीं था ना ही उन्होंने कोई ऐसा नारा दिया था जो स्वर्ण जातियों के विरोध में था। राजद अध्यक्ष ने भूरे चूहे पर जहां सफाई दी, वहीं लगे हाथों विपक्ष पर भी पलटवार कर दिया।
नीतीश और बीजेपी दोनों पर आरोप लगाते हुए लालू ने कहा कि मैने दो तरह के चूहे देखे है। एक हरना तथा दूसरा क्रोसना चूहा। उन्होंने कहा भूरा चूहा बालू में घर बना रहा है जबकि क्रोसना चूहा घर में ही घुसा रहता है। कमाल की बात है कि इस समय यह दोनों चूहे आपस में मिल गए है। लालू ने बताया कि क्यूंकि उन्होंने चूहा खाया है इसलिए उनको यह सब पता है।
अपने मजाकिया अंदाज के लिए लालू यादव मशहूर है। तमाम मुश्किलों और परेशानियों के बावजूद भी वो अपने विपक्षियों पर कटाक्ष करना नहीं भूलते है। इस समय लालू अपने पुरे परिवार समेत सीबीआई और ईडी के निशाने पर है पर उसके बावजूद वो नीतीश पर वार करने का मौका नहीं छोड़ रहे है।
नीतीश को आड़े हाथो लेते हुए लालू ने उनके शराबबंदी पर जमकर व्यंग किया है। उन्होंने कहा कि जब नीतीश को शराबबंदी ही करना था तो बिहार में शराब के ठेके क्यों खुलवाए गए। शराबबंदी को फ्लॉप बताते हुए लालू ने दावा किया कि बिहार में पटना की जीरो माइल पहाड़ी पर सुबह 4:00 बजे हरियाणा और झारखंड से ट्रक भरकर शराब आता है जिसका पता सरकार में बैठे हर तबके को है।