Mon. Dec 23rd, 2024

    लालूप्रसाद यादव के लिए परेशानी कम होने का नाम नहीं ले रही है। सीबीआई ने रेलवे ज़मीन आवंटन मामले में लालूप्रसाद यादव और तेजस्वी को समन किया है। लालू को 11 सितम्बर और तेजस्वी को 12 सितम्बर को पेश होना है।

    रेलवे आवंटन मामले में लालूप्रसाद यादव, उनकी पत्नी राबड़ी देवी और तेजस्वी यादव के अलावा दो अलग कंपनियों के डायरेक्टर पर भी केस दर्ज किया गया है। लालू पर आरोप है की उन्होंने रेलमंत्री पद पर रहते हुए रांची और पूरी समेत अन्य रेलवे होटल के विकास और मरम्मत का ठेका निजी कम्पनियो को दे दिया था।

    मामले में रांची और पूरी की चाणक्य बीएनआर होटल जो रेलवे हेरिटेज होटल थे। आरोप है की लालू ने रेलमंत्री रहते हुए होटल को अपने करीबियों को लीज पर दे दिया था ।

    लालूप्रसाद एवं उनके परिवार के खिलाफ एक हज़ार करोड़ की बेनामी सम्पति का मामला रांची और पूरी से जुडी है।

    इस लीज के लिए रांची के कुछ होटल व्यवसायियों के अलावा लालू के निकट के सहयोगी एवं झारखण्ड से राजयसभा के संसद प्रेमचंद गुप्ता की कंपनी दोनों होटलो को लेने में सफल रहे, और रांची के बीएनआर होटल को पटना के प्रसिद्ध होटल चाणक्य के संचालक हर्ष कोचर को 60 साल के लिए लीज पर मिल गया था।

    पहले लीज की अवधि 30 वर्ष रखी गयी, परन्तु बाद में इसे बढाकर 60 साल कर दी गई। आरोप है की इन दोनों होटलो को लीज पर देने की कीमत राज्य सरकार को मिलनी चाहिए, जो नहीं मिली। वैसे इस मामले में लालू प्रसाद का कहना है कि होटल कि लीज रेलवे के नियमो के तहत दी गयी थी। उनका उससे कोई लेना देना नहीं है।