Sat. Nov 16th, 2024

    संशोधित नागरिकता कानून के विरोध में गुवाहाटी में लगाए गए कर्फ्यू से लोगों को सुबह के 9 बजे से शाम के 4 बजे तक और शिलांग में सुबह के 10 बजे से शाम के 7 बजे तक राहत दी गई है। दिसपुर, उझान बाजार, चंदमारी, सिलपुखुरी और चिड़ियाघर रोड सहित असम में कई स्थानों पर दुकानों के बाहर लंबी कतारें देखी गईं। ईंधन भरने के लिए लाइनों में इंतजार कर रहे वाहनों के साथ शहर में पेट्रोल पंप भी खुल गए हैं। हालांकि, स्कूल और कार्यालय फिलहाल बंद रहे।

    ज्ञात हो कि संसद द्वारा नागरिकता (संशोधन) विधेयक को मंजूरी दिए जाने के बाद, इसके विरोध में असम और अन्य पूर्वोत्तर राज्यों व कई अन्य हिस्सों में हिंसक विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया था। आंदोलनकारियों के साथ पुलिस के बीच जमकर टकराव हुआ था। जिसके बाद प्रशासन ने कर्फ्यू लगा दिया था।

    कर्नाटक में नागरिकता संशोधन अधिनियम के खिलाफ प्रदर्शन

    पूरे कर्नाटक में हजारों की संख्या में लोगों ने नागरिक संशोधन अधिनियम (सीएए) के खिलाफ प्रदर्शन किया। एक अधिकारी ने शनिवार को इस बात की जानकारी दी। कलबुरगी के पुलिस आयुक्त एम.एन. नागराज ने आईएएनएस से कहा, “हजारों की संख्या में शुक्रवार की नमाज के बाद लोग इकट्ठा हुए और सीएए के विरोध में प्रदर्शन कर इस संबंध में तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा।”

    हालांकि, नागराज ने कहा कि कलबुरगी में प्रदर्शन को लेकर कोई गंभीर समस्या नहीं रही है। उन्होंने कहा कि पुलिस स्थिति पर नजर बनाए हुए है। नागराज ने कहा कि विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व खदीजा बेगम ने किया था।

    इसी तरह, शिवमोगा, उडुपी, मडिकेरी, बिदर, चिंतामणि और बेंगलुरू में भी विरोध प्रदर्शन हुए।

    शिवमोगा में सीएए के खिलाफ प्रदर्शन का नेतृत्व मुस्लिम मुत्ताहिदा महज ने किया। प्रदर्शनकारियों ने डिप्टी कमिश्नर के कार्यालय के माध्यम से भारत के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को एक ज्ञापन सौंपा।

    बिहार में सीएए के खिलाफ युवा राजद ने जद(यू) कार्यालय के सामने हवन किया

    बिहार में नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) को लेकर सियासत गर्म है। राष्ट्रीय जनता दल (राजद) और कांग्रेस सहित करीब सभी विपक्षी दल इस विधेयक का विरोध कर रहे हैं। इसी क्रम में यहां शनिवार को युवा राजद के कार्यकर्ताओं ने सीएबी के खिलाफ सत्ताधारी जनता दल (युनाइटेड) के प्रदेश कार्यालय के सामने हवन किया और जद (यू) के संविधान की प्रतियां भी जलाईं।

    युवा राजद के प्रदेश अध्यक्ष कारी शोएब के नेतृत्व में युवा राजद के कार्यकर्ता सीएए के विरोध में शनिवार को सड़कों पर उतरे और जद (यू) के प्रदेश कार्यालय पहुंचे, जहां उन्होंने अनोखा विरोध दर्ज किया। युवा राजद के नेताओं ने सीएए का समर्थन करने वाले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ हवन किया। इस दौरान जद (यू) के संविधान की प्रतियां भी जलाई गईं।

    हवन के दौरान बकायदा पंडित से मंत्र पढ़वाए गए। युवा राजद अध्यक्ष मोहम्मद कारी शोएब ने कहा कि नीतीश कुमार ने अपनी ही पार्टी के संविधान के खिलाफ काम किया है। नीतीश कुमार ने वैसे विधेयक का समर्थन कर दिया है, जो देश को बांटने वाला है।

    उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार ने गांधी, कर्पूरी और लोहिया सभी की विचारधारा को स्वाहा कर दिया है, इसलिए हमलोग जद (यू) के संविधान को ही स्वाहा कर रहे हैं।

    पश्चिम बंगाल सीएम ममता बनर्जी ने की लोगों से अपील

    पश्चिम बंगाल सीएम ममता बनर्जी ने राज्य के लोगों से अपील करते हुए कहा है कि, मैं सभी से अनुरोध करती हूं कि किसी भी तरह की हिंसा न करें और न ही किसी तरह की हिंसा में शामिल हों। सुनिश्चित रहें, बंगाल में नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) और राष्ट्रीय रजिस्टर (एआरसी) लागू नहीं किया जाएगा क्योंकि हम इसकी अनुमति नहीं देंगे। कृपया सड़कों को अवरुद्ध न करें और कानून को हाथ में न लें।

    असम नेताओं ने सुप्रीम कोर्ट में सीएए के खिलाफ याचिका दायर की

    वकील पयोली स्वातीजा ने समाचार एजेंसी एएनआई को बताया है कि, असम के नेता प्रतिपक्ष- देवव्रत सैकिया, बारपेटा से लोकसभा सांसद- अब्दुल खालेक और मरियानी विधान सभा क्षेत्र के विधायक रूपज्योति कुर्मी ने आज नागरिकता संशोधन अधिनियम 2019 को चुनौती देते हुए सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की।

    सीएए के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में असदउद्दीन ओवैसी ने याचिका दायर की

    वकील निजाम पाशा से समाचार एजेंसी एएनआई को मिली जानकारी के अनुसार एआईएमआईएम नेता असदुद्दीन ओवैसी ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कर ‘नागरिकता संशोधन अधिनियम 2019’ को चुनौती दी है

    सीएए विरोधी प्रदर्शनों के कारण पश्चिम बंगाल में तनाव, जनजीवन प्रभावित

    नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) के खिलाफ पश्चिम बंगाल में सड़कें अवरुद्ध करने और रेलवे स्टेशनों पर तोड़फोड़ करने के अगले दिन शनिवार को तनाव बढ़ गया है, जिससे सड़कों पर यातायात और रेल परिवहन बाधित हो गया है। सीएए और प्रस्तावित राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर (एनआरसी) के खिलाफ प्रदर्शन कर रही भीड़ ने शुक्रवार को मुर्शिदाबाद जिले में पूर्वी रेलवे के बेलदांगा रेलवे स्टेशन पर तोड़फोड़ कर दी, जिसके बाद रेल कर्मियों को वहां से भागना पड़ा।

    प्रदर्शनकारियों ने स्टेशन मास्टर के केबिन में आग लगा दी और टिकट काउंटर में तोड़फोड़ करने के बाद उसमें आग लगा दी। वे रेलवे ट्रैक पर भी बैठ गए, जिससे लालगोला और कृष्णानगर के बीच रेल यातायात बाधित हो गया।

    एक अन्य मामले में भारी संख्या में प्रदर्शनकारियों ने बेलदांगा में राष्ट्रीय राजमार्ग बाधित कर टायरों में आग लगा दी और एंबुलेंस समेत अन्य वाहनों को क्षतिग्रस्त कर दिया।

    जिले में जलंगी, रघुनाथगंज, शमशेरगंज, कांडी, बहरामपुर और डोमकल में सड़क परिवहन बाधित रहा।

    हावड़ा जिले में आक्रोशित प्रदर्शनकारियों ने दक्षिण-पूर्वी रेलवे के उलुबेरिया स्टेशन में घुसकर परिसर में तोड़फोड़ की।

    इससे पहले भीड़ ने ट्रैक बाधित कर दिया, जिससे हावड़ा-खड़गपुर खंड पर अप-डाउन पर रेल परिवहन बाधित हो गया।

    हावड़ा-कोरोमंडल एक्सप्रेस और हावड़ा-दिघा कंडारी एक्सप्रेस पर हमला कर क्षतिग्रस्त कर दिया गया।

    राज्यपाल जगदीप धनकड़ ने लोगों से नियम और संसद द्वारा पारित कानून में विश्वास करने शांति कायम करने की अपील की और हिंसा को दुर्भाग्यशाली बताया।

    इस बीच भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर सीएए के विरोध में बयान देकर अराजकता फैलाने का आरोप लगाया है।

    नागरिकता संशोधन अधिनियम के विरोध में राजद ने की बिहार बंद की घोषणा

    नागरिकता संशोधन अधिनियम का विरोध थमने का नाम नहीं ले रहा है। इस बीच राष्ट्रीय जनता दल (राजद) ने इसके विरोध में 21 दिसंबर को बिहार बंद का आह्वान किया है। बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने 21 दिसंबर को बिहार बंद के लिए लोगों से समर्थन देने की अपील की है। इस बाबत उन्होंने शुक्रवार रात ट्वीट किया।

     

    पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी ने ट्वीट किया, “संविधान की धज्जियां उड़ाने वाले नागरिकता संशोधन अधिनियम जैसे काले कानून के खिलाफ राष्ट्रीय जनता दल 21 दिसंबर को ‘बिहार बंद’ करेगा। हम सभी संविधान प्रेमी, न्यायप्रिय, धर्मनिरपेक्ष दलों, गैर-राजनीतिक संगठनों और आम जनमानस से अपील करते हैं कि बढ़-चढ़कर इसे सफल बनाने में सहयोग दें।”

    उल्लेखनीय है कि सीएए के विरोध में विपक्षी दलों के महागठबंधन में शामिल राजद के नेता और कार्यकर्ता एकदिवसीय धरने पर भी बैठे थे, जबकि कांग्रेस ने मार्च निकाला था। शुक्रवार को राज्य के कई जिलों में मुस्लिम संगठनों द्वारा भी इस विधेयक के विरोध में जुलूस निकाला गया था।

    सीएए विरोध महाराष्ट्र

    महाराष्ट्र में रहने वाले असम के लोगों ने मुंबई  के आज़ाद मैदान में संशोधित नागरिकता कानून का विरोध किया। अभिनेत्री दीपानिता शर्मा भी विरोध प्रदर्शन में मौजूद रहीं।

    सीएए विरोध पश्चिम बंगाल

    नागरितका कानून के खिलाफ हिंसक विरोध पूर्वोत्तर राज्यों के बाद पश्चिम बंगाल तक पहुंच गया। इसे एनआरसी का विरोध भी माना जा रहा है। प्रदर्शनकारियों ने रेलवे स्टेशनों में तोड़फोड़ की और आग लगा दी। वे रेल पटरियों और राजमार्गो पर धरना दिया, जिससे ट्रेन सेवाएं और वाहनों की आवाजाही प्रभावित हुई। मुर्शिदाबाद जिले के बेलडंगा रेलवे स्टेशन पर प्रदर्शनकारी स्टेशन मास्टर के केबिन में घुस गए, टिकट काउंटर पर लूटपाट की, उसके बाद आग लगा दी।

    प्रदर्शनकारी हाथ में सीएए और प्रस्तावित एनआरसी (राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर) के खिलाफ पोस्टर लिए हुए थे। उन्होंने बेलडंगा स्टेशन की ऐसी हालत कर दी कि कर्मचारियों को जान बचाने के लिए भागना पड़ा।

    प्रदर्शनकारियों ने रेल पटरियों पर जाम लगा दिया, जिससे लालगोला और कृष्णा नगर के बीच ट्रेनों का परिचालन ठप्प पड़ गया। उन्होंने बेलडंगा में राष्ट्रीय राजमार्ग का अवरुद्ध कर दिया। सड़क पर टायर जलाए और कुछ वाहनों को भी क्षति पहुंचाई।

    हावड़ जिले में प्रदर्शनकारी उलूबेरिया स्टेशन में घुस गए और परिसर में तोड़फोड़ की। इस दौरान किए गए पथराव में एक चालक और एक रेलवे अधिकारी घायल हो गए।

    सीएए विरोध दिल्ली

    शुक्रवार शाम को संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) 2019 के विरोध में जुलूस निकालने के लिए सैकड़ों की संख्या में छात्र जामिया मिलिया इस्लामिया के बाहर जमा हो गए थे। जिन्हें रोकने के लिए दिल्ली पुलिस ने छात्रों के ऊपर लाठी चार्ज और आंसूगैस के गोलों का साहरा लिया। जिसके बाद छात्रों को वहां से भागना पड़ा था।

     

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