ब्रिटेन के प्रधानमन्त्री बोरिस जॉनसन ने लन्दन में भारतीय उचायोग के बाहर हालिया हिंसा की वारदात पर खेद व्यक्त किया है और आश्वस्त किया कि दूतावास, विजिटर्स और सैनिको की सुरक्षा और रक्षा के लिए सभी जरुरी कदम उठाये जायेंगे।
यह बयाना ब्रितानी प्रधानमन्त्री ने मंगलवार को पीएम नरेंद्र मोदी के साथ फ़ोन पर बातचीत के दौरान दिया था। जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 को हटाने के बाद पाकिस्तानी समर्थको ने भारत विरोधी प्रदर्शन किया था और भारतीय समुदाय पर अंडे व पत्थर फेंके थे।
भारतीय समुदाय के नागरिक दूतावास के बाहर स्वतंत्रता दिवस का जश्न मनाने के लिए एकत्रित हुए थे। इस वारदात के मामले में लन्दन पुलिस ने चार लोगो को गिरफ्तार किया था। बातचीत के दौरान पीएम ने आतंक का मामला उठाया था और असहिष्णुता, हिंसा और उग्रता के खतरों के खिलाफ प्रभावी कदम उठाने की मांग की थी।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, पाकिस्तान का ख़ुफ़िया विभाग ब्रिटेन में सिख युवाओं को उकसाने के लिए कुछ समूहों का इस्तेमाल कर रहा है और भारत के खिलाफ आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने के ल्ल्लिये धनराशी एकत्रित कर रहा है। ब्रितानी प्रधानमन्त्री बोरिस जॉनसन ने वार्ता के जरिये इस विवाद को हल करने की महत्वता को रेखांकित किया है।
प्रधानमन्त्री मोदी ने बातचीत की शुरुआत जॉनसन को बधाई देकर की थी। दोनों पक्षों ने साझेदारी की महत्वता पर सहमती को जाहिर किया है और इसका आगे निर्माण की जरुरत को बताया है और इसमें व्यापारिक और आर्थिक सम्बन्ध शामिल है।
प्रधानमन्त्री मोदी ने कहा कि भारत और ब्रिटेन में में काफी संभावनाएं है जिससे दोनों देशो की समृद्धता में वृद्धि हो सकती है। फ्रांस में जी-7 सम्मेलन से पूर्व प्रधानमन्त्री मोदी और जॉनसन की बातचीत हुई है। इस सम्मेलन में दोनों नेता पहली बार मुलाकात करेंगे।