लद्दाख के न्योमा में दुनिया का सबसे ऊँचा फ़ाइटर एयरफील्ड बनने जा रहा है। यह एयरफील्ड समुद्र तल से 16,000 फीट की ऊँचाई पर बनाया जाएगा। यह एयरफील्ड भारतीय वायु सेना के लड़ाकू विमानों को चीन के साथ सीमा पर तैनात करने में मदद करेगा।
X पर जानकारी साझा करते हुए BRO ने ट्वीट किया, “एयरफील्ड का निर्माण भारतीय सेना की सीमा सड़क संगठन (BRO) द्वारा किया जाएगा। निर्माण कार्य अगले साल शुरू होने की उम्मीद है और इसे पूरा होने में लगभग दो साल लगेंगे। सीमा सड़क संगठन लद्दाख के न्योमा में दुनिया का सबसे ऊंचा लड़ाकू हवाई क्षेत्र का निर्माण करेगा। इस परियोजना का शिलान्यास माननीय रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह द्वारा 12 सितंबर 23 को जम्मू के देवक ब्रिज से किया जाएगा।”
#BROInNationBuilding#NyomaAirfield@BROindia will be constructing World's highest fighter airfield at Nyoma in Ladakh.
Shilanyas of this project will be done by Hon'ble Raksha Mantri Shri Rajnath Singh on 12 Sep 23 from Devak Bridge in Jammu.
Jai Hind! Jai BRO!!…
— 𝐁𝐨𝐫𝐝𝐞𝐫 𝐑𝐨𝐚𝐝𝐬 𝐎𝐫𝐠𝐚𝐧𝐢𝐬𝐚𝐭𝐢𝐨𝐧 (@BROindia) September 10, 2023
एयरफील्ड का निर्माण भारत और चीन के बीच बढ़ते तनाव के बीच किया जा रहा है। चीन ने पिछले कुछ वर्षों में लद्दाख में अपने सैन्य उपस्थिति को बढ़ाया है। भारत ने भी जवाब में अपने सैन्य बलों को तैनात किया है।
न्योमा में एयरफील्ड का निर्माण भारत को चीन के साथ सीमा पर अपनी सैन्य उपस्थिति को मजबूत करने में मदद करेगा। यह एयरफील्ड भारतीय वायु सेना को चीन के साथ सीमा पर तैनात अपने लड़ाकू विमानों को तेजी से और आसानी से तैनात करने में सक्षम करेगा।
यह एयरफील्ड भारत को चीन के साथ सीमा पर किसी भी संभावित सैन्य गतिरोध में अपनी ताकत का प्रदर्शन करने में भी सक्षम करेगा।
एयरफील्ड के निर्माण से स्थानीय लोगों को भी रोजगार के अवसर मिलेंगे। निर्माण कार्य में हजारों स्थानीय लोग शामिल होंगे। एयरफील्ड के बनने से न्योमा में एक नया कस्बा बसने की संभावना है।
दुनिया के सबसे ऊँचे फ़ाइटर एयरफील्ड का निर्माण भारत के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। यह एयरफील्ड भारत को चीन के साथ सीमा पर अपनी सैन्य उपस्थिति को मजबूत करने और किसी भी संभावित सैन्य गतिरोध में अपनी ताकत का प्रदर्शन करने में सक्षम करेगा।