भारत एक तरफ 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस मना रहा था वहीं लंदन में भारतीय उच्चायोग के बाहर इसे लेकर बवाल हो गया। लंदन में भारतीय उच्चायोग के बाहर शुक्रवार की शाम को भारत समर्थक व भारत विरोधी लोगों के बीच में टकराव जैसे हालात पैदा हो गए।
पाकिस्तान के नजीर अहमद ने हाउस ऑफ लॉर्ड्स में कश्मीर और खालिस्तान की आजादी की मांग को लेकर “काला दिन” विरोध का आयोजन किया। माना जा रहा है कि भारत के गणतंत्र दिवस पर इस प्रदर्शन का उद्देश्य तथाकथित रूप से “भारत के उत्पीड़न” पर प्रकाश डालना था।
भारत व ब्रिटिश समूहों के समर्थकों ने नजीर अहमद की अगुवाई वाले लोगों का विरोध किया। मध्य लंदन में स्थित भारतीय उच्चायोग के बाहर नजीर अहमद के नेतृत्व में लोगों ने भारत विरोधी नारेबाजी की।
लेकिन इन लोगों का विरोध भारतीय लोगों ने जमकर किया। कुछ ही समय बाद भारतीय समर्थन व विरोधी के बीच संघर्ष ने हिंसक रूप धारण कर लिया। भारतीय समर्थकों ने लॉर्ड नजीर को आडे हाथों लेते हुए कहा कि वह पाकिस्तान के खेल को खुले तौर से खेलकर ब्रिटिश प्रणाली का मजाक उड़ा रहा है।
#WATCH Clashes erupted outside Indian High Commission in London as British Lord Nazir called for Azad Kashmir on India's Republic Day pic.twitter.com/IJQb3XajIu
— ANI (@ANI) January 26, 2018
दूतावास ने एक बदनाम नेता की बेसब्र कोशिश बताया
वहीं लंदन के भारतीय उच्चायोग ने भारत विरोधी प्रदर्शन को ‘एक बदनाम नेता की बेसब्र कोशिश’ करार दिया। पाकिस्तान के समर्थक जहां पर काला दिवस मना रहे थे वहीं भारतीय समर्थकों के द्वारा चलो इंडिया हाउस का आह्वान किया गया था।
दोनों पक्षों की नारेबाजी जैसे ही हिंसक रूप धारण करने लगी, इसी बीच स्कॉटलैंड यार्ड के जवानों को बीच-बचाव करना पड़ा। नजीर एक बहुत ही विवादास्पद व्यक्ति हैं जो खतरनाक ड्राइविंग के लिए सजा भुगत चुका है। इसके अलावा वे कट्टरपंथी इस्लामवादी विचार के लिए जाना जाता है।