लंदन और पाकिस्तान के कोटली में बुधवार को कश्मीरी राजनीतिक कार्यकर्ता आरिफ शाहिद की छठी पुण्यतिथि पर प्रदर्शन किया गया था। प्रदर्शनकारियों ने कार्यकार्ता की मौत के अपराधियों को गिरफ्तार करने की मांग की है। जम्मू कश्मीर नेशनल इंडिपेंडेंस अलायन्स के कार्यकर्ता लंदन में स्थित पाकिस्तानी दूतावास के बहार एकतत्रित हुए थे और पाकिस्तान की सरकार के खिलाफ नारेबाजी की थी।
प्रदर्शनकारियों ने इस्लामाबाद पर गोपनीय तरीके से कार्यकर्ता की हत्या करने की योजना बनाने का आरोप लगाया और आरिफ शाहिद की हत्या की निष्पक्ष जांच और इस घृणित अपराध के लिए अपराधियों की गिरफ्तारी की मांग की है। 62 वर्षीय शाहिद आल पार्टीज नेशनल अलायन्स के अध्यक्ष थे और उनकी हत्या 14 मई 2013 को उनके रावलपिंडी आवास में अज्ञात हमलावरों द्वारा की गयी थी।
वह पाकिस्तान सरकार के कश्मीर के भागो में अवैध कब्जे और मानवाधिकार उल्लंघन के मुख आलोचक थे। कार्यकर्ता सज्जाद राजा ने बताया कि “आज हम अपने सर्वोच्च नेता आरिफ अल्वी के हत्यारो की गिरफ्तारी की मांग के लिए एकजुट हुए हैं। पाकिस्तान की क्रूरता का शाहिद का मामला कोई अपवाद नहीं है।”
उन्होंने कहा कि “पाकिस्तान कार्यकर्ताओं को हटाने और नेताओं की स्वतंत्र विचारो को कुचलने में माहिर होता जा रहा है। अगर वह सोचते हैं कि शाहिद की हत्या करके वह अधिकारों की मांगो की आवाज़, सत्य की आवाज़ और इस क्षेत्र के लोगो के विरोध के स्वरों को दबा देंगे, तो वह ग़लतफहमी में जी रहे हैं। उनके मंसूबे हवा में उड़ जायेंगे।”
कोटली जिले में सैकड़ो की संख्या में लोगो ने मोमबत्ती लेकर शांतिपूर्ण प्रदर्शन किया था। 13 मई को शहादत दिवस करार दिया है। शहीद की हत्या पकिस्तान के ख़ुफ़िया विभाग आईएसआई ने रावलपिंडी में 2013 में की थी।