पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर से सम्बंधित लंदन और ब्रिटेन के अन्य भागो में रहने वाले लोगों ने मंगलवार को पाकिस्तानी दूतावास के बाहर प्रदर्शन का आयोजन किया था। इसमें प्रदर्शनकारियों ने पीओके के जल संसाधन का शोषण बंद करने की मांग की है।
प्रोजेक्ट को बंद करें पाकिस्तान
प्रदर्शनकारियों ने पीओके में निर्माणाधीन नीलम-झेलम हाइड्रो पावर प्रोजेक्ट का विरोध किया जो जल के बहाव को मोड़ देगा और इससे मुजफ्फराबाद का आम जान जीवन प्रभावित होगा। जम्मू एंड कश्मीर नेशनल इंडिपेंडेंस अलायन्स के चेयरमैन महमूद कश्मीरी ने कहा कि “हम ब्रितानी कश्मीरी है। पाकिस्तान दूतावास के बाहर इस्लामाबाद के खिलाफ नीलम नदी के पानी को मोड़ने के निर्णय के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं।”
उन्होंने कहा कि “अब पाकिस्तान झेलम नदी के जल के बहाव को भी मोड़ने की योजना बना रहा है। यह कश्मीर की आम जनता की आवाज़ है। पाकिस्तान हम पर चीजों को थोप रहा है। इसमें आज़ाद कश्मीर के मीरपुर जिले में झेलम नदी पर निर्माणाधीन मंगला बाँध भी शामिल है। इसी कारण ब्रितानी कश्मीरी समुदाय पाकिस्तान के खिलाफ प्रदर्शन कर रहा है।”
पीओके के बिगड़ते हालात
इस प्रदर्शन में बच्चे और महिलाएं भी शामिल थी। सभी प्रदर्शनकारी पाकिस्तान के वॉटर एंड पॉवर डेवलपमेंट अथॉरिटी के खिलाफ नारे लगा रहे थे। प्रदर्शनकारियों ने तुरंत नदियों पर निर्माण हो रहे हाइड्रोपॉवर प्रोजेक्ट पर तुरंत पाबंदी लगाने का आग्रह किया है, जो कश्मीरियों का क्षेत्र में एकमात्र जल का स्त्रोत है।”
इस क्षेत्र के स्थानीय निवासियों एक लम्बे अरसे से मूल जरुरत जल से वंचित है। पीओके के निवासी पाकिस्तान की सेना पर हिंसक कार्रवाई और शोषण के आरोप भी लगाते रहे हैं।
हाल ही में पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में खराब स्वास्थ्य सेवाओं के विरोध में प्रदर्शनकारियों का हुजूम सड़को पर उतर आया है। पाकिस्तान में सबसे बेकार स्वास्थ्य सुविधाओं वाले क्षेत्रों में पीओके भी शुमार है। सरकार की तरफ से किसी प्रकार की सार्थक कार्रवाई न होने के कारण लोग निराश हो गए हैं और प्रदर्शन करने के लिए मज़बूर है।