रोहित शर्मा इस बार अपने दूसरे विश्वकप में भाग लेने जा रहे और उनके पास एक विश्वकप खेलने का अनुभव है तो वह जानते है कि ट्रॉफी पर कब्जा करने के लिए किन चीजो की आवश्यकता ज्यादा पड़ती है।
यह विश्वकप आपके लिए क्या मायने रखता है? क्या आप इसे उस परम पुरस्कार के रूप में देखते हैं, जिस खेल में आपको खेलना है?
यह एक परम सपना है। कोई भी बच्चा बड़ा होकर जीवन के उन क्षेत्रों में सपनों का पोषण करना शुरू कर देता है, जिसके लिए वह इच्छा रखता है। ऐसा ही सपना बचपन में मेरा भी था कि मैं देश के लिए विश्वकप खेलू और जीतू।
इस स्तर पर, आपको सफल होने के लिए एक निश्चित स्तर की हताशा होती है? यह लगभग एक विलोम की तरह है कि एक क्रिकेटर अन्यथा क्या करना चाहता है।
देखिए, आपको एक संतुलन बनाना होगा जहां शांति और हताशा दोनो होगी लेकिन अगर आपको उच्चतम स्तर पर क्रिकेट खेलनी है तो आपको शांत रहने की आवश्यकता है।दोनो चीजे महत्वपूर्ण है लेकिन आप एक व्यक्ति के रुप में कौन है, आपके अंदर मूल इच्छा बनी हुई है कि आप कौन है – जो कभी नही बदलता।
व्यक्तिगत स्तर पर, आपके लिए क्या काम करता है?
क्रिकेट के स्तर पर मुझे शांति की जरुरत है हताशा की नही। क्योंकि मैंने बहुत क्रिकेट खेली है और मुझे इस बात का एहसास है। हर बार में हताश होने के अपने लक्षण दिखाता हूं और ऐसे में मैं अपनी रणनीतियो से दूर भाग जाता हूं। ऐसा मेरे साथ बहुत बार हुआ है। उस समय मैं अपनी सही मानसिकता में और सही फॉर्म में नही रहा हूं। अलग-अलग लोगो के लिए अलग-अलग चीजे काम करती है।
आपने अपने पिछेल दो महीने हार्दिक पांड्या और जसप्रीत के साथ बिताए है क्या वे दोनो भारत के अभियान के लिए महत्वपूर्ण है?
यह दोनो इस समय एक अच्छे आकार में है। और दोनो इस समय अपना पहला विश्वकप खेलने जा रहे है। दोनो एक सकारात्मक मानिसकता वाले खिलाड़ी है। दोनो को चुनौती पसंद है अगर कोई उनके सामने रखे। दोनो के अंदर एक अच्छी बात यह है कि वह लगातार अपने खेल में सुधार कर रहे है। हार्दिक ने आईपीएल में कुछ शानदार पारी खेली थी और वह हमेशा एक अच्छी क्षमता के साथ टीम के लिए योगदान देते है।