मुंबई का वानखेंड़े स्टेडियम हमेशा से बल्लेबाजो के लिए लिए अनुकूल रहा है लेकिन बुधवार रात यहां ऐसा कुछ देखने को नही मिला क्योंकि मुंबई इंडियंस और चेन्नई सुपर किंग्स के बीच खेले जा रहे मैच में बल्लेबाजो को रन बनाने के लिए संघर्ष करना पड़ा रहा था। लेकिन आखिरी दो ओवर में मुंबई इंडियंस की टीम ने अच्छा खेल दिखाया और स्कोरबोर्ड में 170 रन टांग दिये। 171 रनो के लक्ष्य का पीछा करने उतरी चेन्नई सुपर किंग्स की टीम 20 ओवर खेलकर केवल 133/8 रन ही बना सकी। मुंबई इंडियंस के कप्तान रोहित शर्मा ने लक्ष्य को डिफेंड करते हुए अपनी शानदार कप्तानी कौशलता को दिखाया और अपनी रणनीति में केदार जाधव और एमएस धोनी जैसे महान बल्लेबाजो को फंसाया।
मुंबई की टीम इस सीजन के अपने शुरुआती दो मैच हारी थी, लेकिन अब दोबारा टीम जीत के ट्रेक पर लौटी है और अब कल टीम ने सीजन की दूसरी जीत दर्ज की है। उन्होने अपना पहला बेहद करीबी मैच रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर से जीता था और दूसरा गत चैंपियंस सीएसके से जीता है।
मुंबई के कप्तान ने कहा, ” मुझे लगता है आईपीएल में जितने भी मैच हमने खेलने है महत्वपूर्ण है। शुरुआती दो मैच हारने के बाद अब सभी मैच महत्वपूर्ण है। हम नही चाहते है कि हम सभी मैच को आखिरी में आकर जीती, यह बहुत मुश्किल है। हम बस उस प्रकार का क्रिकेट खेलना चाहते है जिस के लिए मुंबई इंडियंस की टीम को जाना जाता है।”
खेल के लिए अपनी योजना का खुलासा करते हुए, रोहित ने खुलासा किया कि यह सब टीम को एक ऐसी पिच पर रखने के बारे में था जो आसान नहीं था। इस प्रकार, कुल 170 रन बने, इसलिए एक ऐसे आयोजन स्थल पर लड़ाई हुई जो आमतौर पर बल्लेबाजों को पसंद आता है।
31वर्षीय ने कहा, ” हमनें अपने आप को हर स्थिति में मैच में रखा जो एक अच्छा चिह्न था। मैं जानता था कि यहा पर 170 रनो का लक्ष्य सही है क्योंकि पिच बेहद मुश्किल थी। हम जानते थे कि हमे पिच से मदद मिल सकती है और अगर हम जल्द विकेट ले लेते है, तो चीजे हमारे लिए काम करेंगी। और ठीक वैसा ही हुआ। हमे बल्लेबाजी करते हुए अच्छी शुरुआत नही मिली थी लेकिन हमने मैच को सही तरीके से समाप्त किया। वानखेड़े में 170 को डिफेंड करने के लिए आपको एक सही गेंदबाजी और शानदार फिल्डिंग की जरुरत होती है जो हमारे पास थी। तो मैं किसी एक मैच में बदलाव करने वाले लम्हे को नही चुन सकते क्योकि कल ऐसे कई लम्हे थे।”