भारतीय टीम के उपकप्तान रोहित शर्मा का मानना है कि विश्वकप के लिए टीम का चयन खिलाड़ियो के पिछले चार साल के प्रदर्शन को देखकर होना चाहिए ना कि आईपीएल के प्रदर्शन को देखकर।
आईपीएल का फाइनल में 12 मई को होगा जिसके जल्द बाद ही इंग्लैंड और वेल्स में विश्वकप खेला जाना है।
भारतीय राष्ट्रीय टीम के चयनकर्ताओ ने शोपीस इवेंट के लिए 15 सदस्यीय टीम चुनने के लिए खिलाड़ियो पर कड़ी नजर बना रखी है।
गुरुवार को मुंबई इंडियंस की टीम के कप्तान रोहित शर्मा ने कहा, ” अपने इनपुट्स के साथ, चयनकर्ता इस बात पर नजर रखेंगे कि आईपीएल में उन लोगों के साथ क्या हो रहा है, हालांकि मुझे लगता है कि आईपीएल टीम चयन का मापदंड नहीं होना चाहिए।”
उन्होंने कहा, “उन्होंने प्रत्येक व्यक्ति को खड़ा करने के लिए पर्याप्त अंतरराष्ट्रीय मैच खेलने को दिए है। आप एक 20 ओवर के प्रारूप से 50 ओवर मैच के खेल के लिए टीम का चयन नही कर सकते, यह मेरी व्यक्तिगत राय है। आईपीएल एक अलग गेम है। यह फ्रेंचाईजी की क्रिकेट है, हा फॉर्म मायने रखती है।”
उन्होने आगे कहा, ” पिछले चार सालो में हमने बहुत 50 ओवर और 20 का अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेला है। यह उनके लिए पर्याप्त है कि उन्हे किसी खिलाड़ियो को विश्वकप के लिए ले जाना चाहिए और किसे नही।”
हालांकि, मुंबई इंडियंस के कप्तान ने आगे यह भी कहा है कि आईपीएल मेगा इवेंट के लिए तैयारियो में मदद कर रहा है।
रोहित ने कहा, ” हर बार हम आईपीएल खेलते है। यह हमेशा एक बड़ी टेस्ट सीरीज और वनडे सीरीज के बाद हमें खेलना होता है। लेकिन यह हमें मदद भी करता है। 35 से 40 साल के बीच खिलाड़ियो को आराम की जरूरत होती है। मैं इस बारे में भी जल्द जसप्रीत बुमराह से भी बात करूंगा। उन्हें घर पर होने वाले मैच के लिए काफी मैच खेलने और गेंदबाजी करने की जरूरत है। मुझे भी, एक बल्लेबाज के रूप में, खेलने की जरूरत है।”