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    रोहिंग्या मुस्लिम

    म्यांमार में रोहिंग्या मुसलमानो पर हो रही हिंसा पर जामा मस्जिद के इमाम सैयद अहमद बुखारी ने दुःख जाहिर किया है, और कहा है कि इस मुद्दे पर इस्लामिक मुल्को की ख़ामोशी अफसोसजनक है। बुखारी ने सऊदी किंग सलमान बिन अब्दुल अजीज़ के नाम पत्र लिखकर दुनिया भर के इस्लामिक देशो की आपातकालीन बैठक बुलाने को कहा है।

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    बुखारी ने म्यांमार में रोहिंग्या मुस्लिमो पर हो रही हिंसा पर लिखा है कि म्यांमार मानवाधिकारों की खुलेआम धज्जियां उदा रहा है। सभी 57 इस्लामिक देश चुप है। इसी मद्देनज़र उन्होंने पत्र के जरिये सऊदी किंग से कहा ‘मौजूदा समय में म्यांमार के रोहिंग्या मुस्लिम जिस दर्दनाक परिस्थिति से गुज़र रहे है आप उससे परिचित है। म्यांमार में मानवाधिकारों का खुलेआम उल्लंघन हो रहा है। म्यांमार के सुरक्षा बल और बहुसंख्यक बौद्ध आबादी के हाथो मुसलमानो पर बर्बरता से अत्याचार किये जा रहे है।

    पत्र में लिखा है कि रोहिंग्या मुस्लिम हज़ारो कि तादाद में मारे जा रहे है, और लगभग एक लाख पलायन करने पर मजबूर है। ऐसे में वहां कि स्थिति बेहद नाज़ुक और वीभत्स है। रोहिंग्या मुस्लिमो के सामने अब आस्तित्व का संकट है। और उनके सामने खाद्य सामग्री और शरण की समस्या पैदा हो गई है।

    बुखारी ने पत्र में लिखा कि म्यांमार कि स्थिति ने पूरी दुनिया के मुसलमानो को बेहत पीड़ा में और चिंता में डाल दिया है। कुछ ही मुस्लिम देश इस पर चिंतित है। भारत सहित दुनिया के मुसलमान सऊदी अरब से उम्मीद लगाए बैठे है।

    बुखारी ने आगे पत्र में लिखा है कि आप इस मानवीय संकट पर ध्यान आकर्षित करे और रोहिंग्या मुस्लिम जिनकी स्थिति बेहद भयानक है, आप उन्हें बचने के लिए आगे आये।

    अरब देश चाहे तो इस स्थिति को स्थयीरूप से निदान करे। दरअसल अरब देशो कि जनसंख्या ज्यादा है, और ज़मीन ज्यादा है। ऐसे में अरब देश चाहे तो इन्हे एक जगह बसाये और इनके लिए रोज़गार कि व्यवस्था करे।