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    रोहिंग्या मुस्लिमों सिख

    म्यांमारबांग्लादेश की सीमा पर रह रहे रोहिंग्या मुस्लिमों की सेवा के लिए सिख समुदाय का एक दल पहुंच चुका है। दल के एक सदस्य अमरप्रीत सिंह ने बताया कि हम यहाँ सभी को लंगर का खाना देंगे। लोगों के रहने के लिए आवास प्रदान करेंगे। हमारा उद्देश्य होगा कि कोई भी भूखे पेट न सोये।

    बांग्लादेश में रोहिंग्या मुस्लिमों

    रोहिंग्या मुस्लिमों पर हो रहे अत्याचार पुरे विश्व में चिंता का विषय बन गया है। ऐसे में भारत के सिख समुदाय के कुछ लोगों ने बांग्लादेश जाकर रोहिंग्या मुस्लिमों की मदद करने की ठानी है।

    सिख खालसा के एक दल ने बांग्लादेश जाकर रोहिंग्या मुस्लिमों को खाना और रहने के लिए घर देने की कोशिश की है। बांग्लादेश बॉर्डर पर पहुंचे इस दल के सदस्यों ने बताया कि यहाँ हालात रहने लायक नहीं है।

    बांग्लादेश में रोहिंग्या मुस्लिमों

    सिख समुदाय के अमरप्रीत सिंह ने बताया, ‘आज हमारा पहला दिन था। हमने सहायता कार्यक्रम शुरू करने से पहले यहाँ की हालात का मुआयना किया। हम करीबन 50000 लोगों की सहायता के लिए सहायता सामग्री लाये थे लेकिन यहाँ 2 लाख से ज्यादा लोग हैं। लोग बिना खाने, पानी और घर के रह रहे हैं। लोगों को जहाँ जगह मिल रही है, वहीँ बैठे हैं। लगातार तेज बारिश हो रही है, लेकिन लोगों के लिए सर छुपाने के लिए जगह नहीं है। हालात बहुत ख़राब हैं। हम इन लोगों के लिए लंगर के खाने की व्यवस्था कर रहे हैं। इसके अलावा हमने लोगों के रहने के लिए आवासों की भी तैयारी करनी है। लेकिन चूँकि यहाँ लोग बहुत हैं, इस वजह से इसमें थोड़ा वक़्त लग सकता है।’

    आगे बताया गया कि यहाँ बड़े बड़े शिविर लगे हुए हैं। इन शिविरों में लगभग 50000 लोगों के रहने की जगह है। लेकिन हर शिविर में लगभग 1 लाख से ज्यादा लोग हैं। इन लोगों की मदद करने के लिए ही हम आये हैं, और हम ऐसा करेंगे।

    रोहिंग्या मुस्लिमों की मदद के लिए सिख खालसा का एक और दल जल्द ही बांग्लादेश के लिए रवाना होगा।

    By पंकज सिंह चौहान

    पंकज दा इंडियन वायर के मुख्य संपादक हैं। वे राजनीति, व्यापार समेत कई क्षेत्रों के बारे में लिखते हैं।