कॉंग्रेस महासचिव प्रियंका गाँधी के पति और कॉंग्रेस अध्यक्ष राहुल गाँधी के जीजा रॉबर्ट वाड्रा के सितारे इन दिनों कुछ ठीक नहीं दिख रहे हैं। पिछले दो दिनों में जिस तरह से ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग केस उनसे पूछताछ की है, ऐसे में आने वाले दिनों में उनपर संकट और भी गहरा हो सकता है।
फिलहाल उनपर कुछ बड़े व चर्चित केस भी चल रहे हैं, जिनकी सूचीबद्ध जानकारी हम आपके सामने लेकर आए हैं-
हरियाणा जमीन खरीद मामला-
हरियाणा के चर्चित जमीन केस में पिछले साल सितंबर में रॉबर्ट वाड्रा के नाम एक एफ़आईआर दाखिल हुई थी। इस एफ़आईआर में तत्कालीन मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुडा का भी नाम शामिल था।
रॉबर्ट वाड्रा पर आरोप है कि उनके कंपनी स्काइलाइट हॉस्पिटैलिटी ने तत्कालीन सरकार के साथ साठ-गांठ कर 3.5 एकड़ जमीन को काफी ऊँचे दाम में बेंचा था। हालाँकि रॉबर्ट वाड्रा शुरुआत से ही अपने ऊपर लगे इन आरोपों को नकारते रहे हैं।
वर्ष 2009 की पैट्रोलियम डील केस-
ईडी के अनुसार 2009 में यूपीए की सरकार के दौरान रॉबर्ट वाड्रा को एक पेट्रोलियम डील उपलब्ध कराई गयी थी।
भाजपा ने तब यह आरोप लगाया था कि इससे रॉबर्ट वाड्रा को बड़ा फाइदा हुआ है, जिसके चलते उन्होने लंदन में कई पॉश संपत्तियाँ खरीदीं हैं। ईडी ने भी भाजपा के इन आरोपों की पुष्टि की थी।
इस मामले में पैसे का हेर-फेर बड़े स्तर पर सामने आया था। मनी लॉन्ड्रिंग के इस मामले में कई कंपनियों के भी शामिल होने की आशंका जताई गयी थी।
बीकानेर जमीन डील और मनी लॉन्ड्रिंग केस
सितंबर 2015 में ईडी ने रॉबर्ट वाड्रा को आरोपी बनाते हुए एक केस दर्ज़ किया था, इसके अनुसार रॉबर्ट वाड्रा की कंपनी ने गरीबों के लिए आवंटित जमीन को हथिया लिया है।
रॉबर्ट वाड्रा पर आरोप है कि रॉबर्ट वाड्रा ने कोलायट, बीकानेर में 9.55 हेक्टेयर जमीन को औने-पौने दामों में न सिर्फ खरीदा बल्कि बाद में इस जमीन को गैर कानूनी तरीके से किसी अन्य कंपनी को बेंच भी दिया था।
ईडी ने रॉबर्ट वाड्रा के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग और जालसाजी का केस दाखिल किया था।
यूके संपत्ति केस
पिछले वर्ष ईडी ने रॉबर्ट वाड्रा के खिलाफ लंदन में गैरकानूनी तरीके से संपत्ति खरीदने का आरोप लगाते हुए केस दर्ज़ किया था।
रॉबर्ट वाड्रा पर आरोप है कि उन्होने ब्रायन्स्टन स्क्वायर में 19 लाख पाउंड (17.8 करोड़ रुपये) व 40 लाख पाउंड की दो अन्य सम्पत्तियों के साथ ही 50 लाख पाउंड के 6 फ्लैट भी खरीदे हैं।
ईडी के अनुसार इन सभी सम्पत्तियों की कुल कीमत 120 लाख पाउंड है। ये सभी संपत्तियाँ 2005 से 2010 के बीच खरीदी गयी हैं।
ईडी का कहना है कि इन सम्पत्तियों की खरीद फ़रोख्त में नियमों की भारी अनदेखी की गयी है।