अगर रेलवे स्टेशन पर खड़े हुए सबसे पहले आपकी नज़र वहाँ सजे बुक स्टॉल पर ही जाती है, तो हो सकता है कि आने वाले कुछ समय में आपको ये सब पुरानी बातें लगें, क्योंकि भारतीय रेलवे अब अपने स्टेशन से ये बुक स्टॉल हटाने की योजना बना रहा है।
विस्तृत रूप से समझिए कि रेलवे बोर्ड अब ये नीति लाने जा रहा है जिसके तहत रेलवे स्टेशनों से पहिये वाले बुक स्टॉल समेत खाने की रेड़ी व इसी तरह के अन्य स्टॉलों को रेलवे स्टेशन से हटाया जाएगा।
रेलवे की माने तो वो इन स्टॉलों को हटा कर एक मल्टी पर्पस स्टॉल खोलना चाहती है, जिसके भीतर किताबों से लेकर खाने आदि की सभी सामग्री मिल सके।
रेलवे ने अपना उद्देश्य साफ करते हुए कहा है कि इस तरह से रेलवे स्टेशन पर अधिक से अधिक जगह बनाई जा सकेगी, जिससे अधिक भीड़भाड़ वाले रेलवे स्टेशनों के लिए राहत उपलब्ध कारवाई जा सकेगी।
रेलवे की इस नीति का छोटे व्यापारियों ने जमकर विरोध किया है। उनका मानना है कि इस तरह से रेलवे छोटे विक्रेताओं के रोजगार के साधन को उनसे छीन लेना चाहता है।
हालाँकि इस तरह के छोटे स्टॉल अपनी सालाना कमाई का कुल 5 प्रतिशत हिस्सा भी रेलवे को नहीं देते हैं, जबकि रेलवे के नए दिशा निर्देशों के अनुसार उन्हे उनकी कुल कमाई का 12 प्रतिशत हिस्सा रेलवे को देना होगा।
रेलवे अपनी इस योजना को सबसे पहले मुंबई के सबर्बन नेटवर्क के रेलवे स्टेशन पर लागू करने की योजना बना रहा है। मुंबई के रेलवे स्टेशन देश भर के सबसे व्यस्ततम रेलवे स्टेशनों में से हैं।