Mon. Dec 23rd, 2024
    make irctc account in hindi

    भारतीय रेलवे खानपान और पर्यटन निगम (IRCTC) यात्रियों को अपनी वेबसाइट irctc.co.in एवं मोबाइल एप के ज़रिये ऑनलाइन टिकट कैंसिल करने की सुविधा देता है। जब कोई टिकट कैंसिल की जाती है तो कुछ शुल्क काटने के बाद पूरी राशि वापस कर दी जाती है। यह रेलवे विभाग के रिफंड नियम के तहत होता है।

    लेकिन जो शुल्क लगता है वह टिकट की अवस्था के हिसाब से लगता है। यदि टिकट अभी वेटिंग लिस्ट में है तो शुल्क काम लगेगा लेकिन यदि टिकट कन्फर्म हो चुका है तो कैंसिल कराने के लिए अधिक शुल्क देना होगा।

    IRCTC ने अपनी ऑफिसियल वेबसाइट पर यह बताया है की रिफंड प्राप्त करने के लिए निगम के नियमों के तहत निर्धारित समय सीमा के भीतर ऑनलाइन टिकट कैंसिल किया जाना चाहिए।

    टिकट की अवस्था के हिसाब से कैंसलेशन शुल्क :

    कनफर्म्ड टिकट कैंसलेशन पर शुल्क :

    1. यदि ट्रेन के शुरू होने से 48 घंटे पहले ही एक कनफर्म्ड टिकट को कैंसिल करने के लिए यात्री प्रस्ताव देता है तो उसको निम्न शुल्क देने पड़ते हैं :
    • यदि टिकट AC फर्स्ट क्लास या एक्सेक्यूटिव क्लास की है तो  कैंसलेशन पर 240 रूपए शुल्क देना होगा।
    • यदि टिकट AC 2 टियर या फर्स्ट क्लास की है तो कैंसलेशन शुल्क 200 रूपए जीएसटी अतिरिक्त देना होगा।
    • यदि AC 3 टियर की टिकट है तो शुल्क 180 रूपए जीएसटी अतिरिक्त होगा, स्लीपर क्लास में शुल्क होगा 120 रूपए एवं सेकंड क्लास की कन्फर्म टिकट कैंसिल कराने पर 60 रूपए शुल्क देना होगा।

    2. यदि एक कनफर्म्ड टिकट  शुरू होने के 12 घंटे पहले तक कैंसिल कर दी जाती है तो कुल किराए का 25 प्रतिशत कैंसलेशन शुल्क के रूप में काट लिया जाता है एवं बची हुई राशि रिफंड कर दी जाती है।

    3. यदि एक कन्फोर्मेड टिकट ट्रेन शुरू होने के 4 घण्टे पहले तक कैंसिल की जाती है तो कुल किराए का 50 प्रतिशत कैंसलेशन शुल्क काट लिया जाता है।

    वेटिंग टिकट कैंसलेशन पर शुल्क :

    यदि एक वेटिंग टिकट ट्रेन के शुरू होने के 30 मिनट पहले तक कैंसिल होने के लिए डाली जाती है तो उसपर प्रति यात्री 60 रुपए जीएसटी अतिरिक्त कैंसलेशन शुल्क के रूप में काट लिए जाते हैं एवं बची हुई राशि को रिफंड कर दिया जाता है।

    By विकास सिंह

    विकास नें वाणिज्य में स्नातक किया है और उन्हें भाषा और खेल-कूद में काफी शौक है. दा इंडियन वायर के लिए विकास हिंदी व्याकरण एवं अन्य भाषाओं के बारे में लिख रहे हैं.

    Leave a Reply

    Your email address will not be published. Required fields are marked *