भारतीय रेलवे ने सुरक्षा को पुख्ता बनाने के उद्देश्य से अब एक बड़ा पड़ाव पार करने की कगार पर खड़ी है। भारतीय रेलवे ने देश भर में फैली हजारों मानवरहित क्रॉसिंग को खत्म कर दिया है। इस तरह से देश भर में अब सिर्फ 77 मानव रहित क्रॉसिंग बचीं है।
रेलवे के आंकड़ों के अनुसार पिछले 7 महीनों में ही रेलवे ने 3,402 मानव रहित क्रॉसिंग को खत्म किया है। इसी के साथ पहले जारी हुई एक प्रेस रिलीज़ के अनुसार देश में कुल 3,479 मानव रहित क्रॉसिंग थी।
इसी के साथ रेलवे अब इसी साल के अंत तक बची हुई 77 मानवरहित क्रॉसिंग से भी छुटकारा पा जाएगा।
रेलवे ने मानवरहित क्रॉसिंग के चलते होने वाली घटनाओं के बारे में आँकड़े जारी करते हुए बताया है कि वर्ष 2018-19 में मानव रहित क्रॉसिंग पर कुल 3 घटनाएँ सामने आई है, जबकि वर्ष 2009-10 में यही आँकड़ा 65 घटनाओं का था।
रेलवे ने इस विकास के बाबत जानकारी देते हुए बकायदा एक प्रेस रिलीज़ भी जारी किया है, इसके तहत रेलवे ने बताया है कि रेलवे ने मानव रहित क्रॉसिंग को हटाने को एक मिशन की तरह लिया था। इसके तहत रेलवे ने सुरंग और पल बनाते हुए इस तरह की क्रॉसिंग को खत्म किया है।
इसी के साथ रेलवे ने बताया है कि उन स्थान को अलग से चिन्हित किया गया था, जहा ट्रेन 130 किलोमीटर प्रति घंटे की स्पीड से गुजरती है।
इसी के साथ रेलवे ने इस काम को ज़ोन वार तरीके से अंजाम दिया है। इसके तहत रेलवे के सभी 12 ज़ोन इस लक्ष्य को पूरा करने के लिए जी जान से लगे थे।