देश की सबसे तेज़ ट्रेनों में शुमार तेजस एक्सप्रेस अब और भी तेज़ दौड़ने की तैयारी में है। इसके लिए रेलवे ने भी अपनी तैयारियाँ शुरू कर दी हैं।
भारतीय रेलवे के मध्य ज़ोन ने इस ट्रायल की ज़िम्मेदारी अपने सर उठाई है। मालूम हो कि 2 इंजन के साथ चलने वाली तेजस एक्सप्रेस अपनी औसत स्पीड 110 किलोमीटर प्रतिघंटा की दर से चलती है। अब रेलवे इस ट्रेन को 120 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार पर दौड़ाना चाहता है।
मालूम हो कि पूरी तरह से वातानुकूलित तेजस देश की सबसे आरामदेह और महंगी यात्री ट्रेनों में से एक है। यह भारत की पहली सेमी हाइस्पीड ट्रेन भी है।
इस ट्रेन की बात करें तो तेजस एक्सप्रेस की अधिकतम स्पीड 160 किलोमीटर प्रति घंटा है। भारत में रेलवे ट्रैक की दुर्दशा को देखते हुए इस ट्रेन को इसकी पूरी गति के अनुसार नहीं चलाया जा सकता है।
फिलहाल भारत में यह ट्रेन मुंबई के छत्रपति शिवाजी टर्मिनस से गोवा के करमाली रेलवे स्टेशन के बीच चलती है। तेजस की घोषणा वर्ष 2017 में इसी रूट पर की गयी थी।
रेलवे के अनुसार वह जानना चाहता है कि प्रयोगिक दृष्टि से इस ट्रेन की स्पीड को 110 से बढ़ा कर 120 किलोमीटर प्रति घंटा कर देने पर कितना समय बचाया जा सकता है।
तेजस में सारी सुविधाएं हवाई जहाज के स्तर की ही दी गयी है, जिसके तहत यात्रियों को उनकी यात्रा के दौरान किसी भी तरह कि तकलीफ नहीं होती है।
इस ट्रेन क भीतर खाने-पीने से लेकर मनोरंजन के लिए एलसीडी स्क्रीन तक की व्यवस्था है। इसी के साथ ट्रेन में बायो मॉड्यूलर शौचालय भी उपलब्ध है। ट्रेन में यूएसबी पोर्ट से लेकर सीसीटीवी कैमरों की सुविधा भी दी गयी है।
भारतीय रेलवे इसी के साथ अब दो और तेजस एक्सप्रेस चलाने पर विचार कर रहा है। ये ट्रेन दिल्ली-चंडीगढ़ और दिल्ली-लखनऊ रूट के बीच चलाये जाने की संभावना है।