भारतीय रेलवे ने अपनी आधिकारिक वेबसाइट irctc.co.in पर कुछ समय से बढ़ रहे गैर कानूनी टिकट बुकिंग के खतरे को ख़त्म करने के लिए हाल ही में एक साइबर सेल का गठन करने का प्रस्ताव दिया है।
व्यवहार्यता जांच के लिए किया समिति का गठन :
पीटीआई द्वारा हाल ही में पेश की गयी एक रिपोर्ट के अनुसार रेलवे विभाग ने एक साइबर सेल के गठन से पहले व्यवहार्यता जांच के लिए छः सदस्यों की टीम का गठन किया है। छह सदस्यीय समिति में सीआरआई, सिग्नलिंग और टेलीकॉम, कम्प्यूटरीकरण और सूचना प्रणाली, सतर्कता अधिकारी और सुरक्षा अधिकारियों के इंजीनियरों सहित विभिन्न निदेशालयों के वरिष्ठ अधिकारी शामिल हैं। समिति तीन महीने के भीतर अपनी रिपोर्ट रेलवे बोर्ड को सौंप देगी।
रिपोर्ट का विवरण :
पीटीआई द्वारा पेश की गयी रिपोर्ट में बयान दिया गया था की छह सदस्यों की इस टीम को रेलवे विभाग द्वारा एक ब्लूप्रिंट तैयार करने के निर्देश दिए गए हैं। इसके अलावा इस छह सदस्यों की समिति को यह भी निर्धारित करना होगा की साइबर सेल में अनुभवी लोग हों।
इसके अतिरिक्त रिपोर्ट में लिखा गया था की इस टीम को साइबर सेल के कार्यकारियों का डिपार्टमेंट, वेतन आदि पर भी फैसले लेने होंगे।
गतवर्ष 19 फर्जी वेबसाइट की ब्लॉक :
गतवर्ष भारतीय रेलवे द्वारा संसद को सूचित किया गया था की उसने इलेक्ट्रॉनिक्स और सुचना प्रोद्योगिकी मंत्रालय को सूचित करके ऐसी 19 वेबसाइट को ब्लाक करने के निर्देश दिए थे जोकि irctc की आधिकारिक वेबसाइट के ऑटोमेशन सॉफ्टवेर का गैरकानूनी तरीके से फायदा उठा रही थी। IRCTC राष्ट्रीय ट्रांसपोर्टर की आधिकारिक ई-टिकट बुकिंग और खानपान शाखा है।केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) के स्टाफ सदस्य को अन्य ट्रैवल एजेंटों के साथ अनधिकृत IRCTC टिकट बुकिंग रैकेट चलाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था।आरोपी द्वारा एक पोर्टल के माध्यम से एक हजार से अधिक टिकट बुक करने के लिए एक अवैध सॉफ्टवेयर का उपयोग किया गया था।