अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने सोमवार को कहा कि रूस ने वांशिगटन को सूचित किया है कि उन्होंने अपने अधिकतर सैनिको को वेनेजुएला से बाहर निकाल लिया है। वेनेजुएला के राष्ट्रपति निकोलस मादुरो की सरकार के लिए यह एक झटका हो सकता है।
वेनेजुएला से रुसी सेना बाहर
डोनाल्ड ट्रम्प ने ट्वीट कर बताया कि “रूस ने हमें सूचित किया है कि उन्होंने अपने अधिकतर सैनिको को वेनेजुएला से बाहर निकाल लिया है।”
वेनेजुएला में राजनीतिक उथल-पुथल की शुरुआत से ही रूस का समर्थन निकोलस मादुरो का था। वेनेजुएला के मौजूदा शासन का 50 से अधिक देश विरोध कर रहे हैं और इसमें अमेरिका, कनाडा और ब्रिटेन भी शामिल है। मादुरो के दूसरी दफा शपथ लेने के बाद देश में अराजकता का माहौल उत्पन्न ही गया था।
अधिक पश्चिमी देशों चुनावो में धांधली होने का आरोप लगाया था। इसके बाद विपक्षी नेता जुआन गाइडो ने खुद को देश का अंतरिम राष्ट्रपति घोषित कर दिया था और उन्होंने निकोलस मादुरो से सत्ता छोड़ने की मांग की थी।
वेनेजुएला में उथल-पुथल
30 अप्रैल को जुआन गाइडो ने ऐलान किया कि वह मादुरो को अपदस्थ करने के अभियान के अंतिम चरण के शुरुआत में पंहुच चुके हैं। उन्होंने प्रदर्शनकारियों से ला कार्लोटा सैन्य बेस में एकत्रित होने का आवाहन किया था और इस स्थान पर विपक्षी नेताओं के समर्थको और मादुरो के समर्थकों के बीच झड़प हो गयी थी। इस संघर्ष में 71 व्यक्तियों के जख्मी होने की सूचना है।
इसके बाद देश के हालातो में काफी सुधार आया है और दोनों देशों के बीच दो चरणों की शान्ति वार्ता भी आयोजित हुई है। मादुरो के साल 2013 में सत्ता पर आसीन होने के बाद से ही देश ने आर्थिक मंदी का दौर शुरू हो गया था। वेनेजुएला की अर्थव्यवस्था में बीते पांच वर्षों में 47.7 प्रतिशत गिरावट आयी है जबकि बीते वर्ष महंगाई 130060 प्रतिशत तक पंहुच गयी थी।