अमेरिका के राज्य सचिव माइक पोम्पिओ ने दावा किया कि “वेनेजुएला के राष्ट्रपति क्यूबा के लिए देश छोड़ने की तैयारी कर रहे थे क्योंकि उनके खिलाफ सत्ता छोड़ने की मांग की जा रही थी लेकिन रूस ने उनसे बातचीत की थी। उनके हवाईजहाज टरमक में था जैसा हम समझ सकते हैं वह देश छोड़ने को तैयार थे और रूस ने उन्हें वही रहने के संकेत दिए।”
वेनेजुएला में नागरिक संघर्ष और राजनीतिक अराजकता का माहौल जारी है। रूस मादुरो की सरकार के साथ खड़ा है और अमेरिका ने उनके वेनेजुएला में दखलंदाज़ी की आलोचना की है।
उन्होंने कहा कि “हमने रूस और क्यूबा से कहा था कि मादुरो का समर्थन स्वीकार नहीं किया जायेगा। इस क्षेत्र के राष्ट्र और अमेरिका के संगठन वेनेजुएला में लोकतंत्र के बहाल की मांग कर रहे हैं। एक समय के महान राष्ट्र का गौरव हमें वापस चाहिए।”
हाल ही खुद को अंतरिम राष्ट्रपति घोषित करने वाले जुआन गाइडो के नेतृत्व में सरकार विरोधी प्रदर्शनकारियों और कानून प्रवर्तन अधिकारीयों के बीच मंगलवार को राजधानी कराकास में झड़प हो गयी थी। इस दिन की शुरुआत में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने क्यूबा पर भी उच्च स्तर के प्रतिबंधों को थोपने की धमकी दी थी क्योंकि उन्होंने वेनेजुएला की सैन्य सहायता को जारी रखा था।
क्यूबा के विदेश मंत्री ब्रूनो रोड्रिगुएज पार्रिल्ला ने ट्वीट किया कि “हमारा मुल्क राष्ट्रपति मादुरो के साथ एकजुट होकर खड़ा है। गाइडो ने जनवरी में खुद को देश का अंतरिम राष्ट्रपति घोषित कर दिया है और इसके साथ ही वहां राजनीतिक संकट उभर गया था।
वेनेजुएला की आर्थिक और राजनीतिक बदहाली बढ़ती जा रही है और इससे 37 लाख लोगो ने अपना घर छोड़ा है और ब्राज़ील, कोलोंबिया, पेरू, इक्वेडोर और अन्य देशों के तरफ गए हैं। यूनिसेफ के मुताबिक, करीब 12 लाख लोग कोलोम्बिया में हैं।
अमेरिका ने जुआन गाइडो समर्थन किया और मादुरो से सत्ता छोड़ने की मांग की थी। समस्त राष्ट्र मादुरो को सत्ता त्यागने की मांग कर रहा है लेकिन वह इसके बावजूद भी सत्ता पर बरकरार है।