रूस ने हाल ही में यूराल पर्वत के पास में ऊंचे स्तर का प्रदूषण होने की जानकारी दी है। इससे पहले यूरोप के आस-पास अक्टूबर के शुरूआत में रेडियोधर्मी पदार्थों की परतें जमने लगी थी। यूरोप में रेडियोधर्मी प्रदूषण की आशंका का जिम्मेदार रूस को मुख्यतः रूप से माना जा रहा था। रूस-कजाखस्तान सीमा के पास रेडियोधर्मी पदार्थों के रिसाव का पता चला था।
विशेषज्ञों ने अनुमान लगाया था कि रूस या कजाखस्तान के किसी परमाणु संयंत्र में से इस पदार्थ का रिसाव हुआ है। लेकिन रूस ने इससे साफ तौर से इंकार कर दिया था। वहीं अब मंगलवार को रूस ने कहा है कि उसे यूराल पर्वत के पास रूथेनियन-106 बेहद उच्च स्तर पर मिले है।
ये पदार्थ काफी उच्च प्रदूषण वाले माने गए है। लेकिन अभी भी रूसी वैज्ञानिक दो महीने पहले हुए रेडियोएक्टिव पदार्थ के रिसाव को नहीं मान रहे है। रूस अभी भी उसके किसी परमाणु संयंत्र से इन उच्च प्रदूषण वाले पदार्थों के रिसाव को स्वीकार नहीं कर रहा है ।
रूस के रिसर्च इंस्टीट्यूट ऑफ न्यूक्लियर रिएक्टर्स के मुताबिक यूराल पर्वतों के पास में पाए गए इस रेडियोएक्टिव पदार्थ रूथेनियम-106 काफी उच्च प्रदूषण वाले है। हालांकि विशेषज्ञों का मानना है कि इस पदार्थ से स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं उत्पन्न नहीं होगी।
रूस के इस रिसर्च इंस्टीट्यूट के एक प्रवक्ता ने बताया कि पिछले 6 महीनों में इस रूथेनियन पदार्थ के रिसाव संबंधित कोई घटना नहीं हुई। जबकि पहले यूरोप ने रूस पर परमाणु संयंत्र के इस पदार्थ के रिसाव को लेकर कहा था। लेकिन रूस ने मना कर दिया था।
लेकिन इस तरह से रूस से किसी रेडियोएक्टिव पदार्थ का परमाणु संयंत्र से बाहर निकलना काफी नुकसानदायक हो सकता है। पहले साल 1986 में यूक्रेन में चेरनोबिल परमाणु दुर्घटना के परिणामस्वरूप ऐसी ही घटना हुई थी।