रूस-यूक्रेन के बिगड़ते रिश्तों और उनके बीच बढ़ते तनाव के दौरान रुसी सरकार ने सूचित किया है कि रूस ने शनिवार को “नियोजित अभ्यास” के तहत अपनी नवीनतम हाइपरसोनिक, क्रूज और परमाणु सक्षम बैलिस्टिक मिसाइलों का सफल अभ्यास परीक्षण किया है।
क्रेमलिन ने एक बयान में बताया कि अभ्यास में टीयू -95 बमवर्षक और पनडुब्बी भी शामिल थे और आगे भी कहा, “सभी मिसाइलों ने अपने-अपने लक्ष्य पर निशाना लगाया, उन्होंने अपने प्रदर्शन के उद्देश्यों को बखूबी पूरा किया।”
“इन अभ्यासों का मुख्य उद्देश्य था दुश्मन के खिलाफ अचूक निशाना लगाना और हमारे रणनीतिक आक्रामक बलों के प्रदर्शन को मज़बूत और बेहरीन करना,” जनरल स्टाफ के प्रमुख वालेरी गेरासिमोव ने टेलीविजन टिप्पणियों में पुतिन को सूचित किया।
रूसी नेता वलेरी गैरसिमोव, जनरल स्टाफ प्रमुख, ने बेलारूस के राष्ट्रपति अलेक्जेंडर लुकाशेंको के साथ क्रेमलिन के स्थिति कक्ष से अभ्यास देखा। ऐसे तनावपूर्ण हालातों में बेलारूस के राष्ट्रपति अलेक्जेंडर लुकाशेंको और रुसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने 18 फरवरी को मुलाकात की और इसकी जानकारी ट्वीट कर भी साझा की।
Vladimir Putin and President of Belarus Alexander Lukashenko held a joint news conference following Russian-Belarusian talks https://t.co/uZqbNf7lz8 pic.twitter.com/0HwZGPt5N5
— President of Russia (@KremlinRussia_E) February 18, 2022
वलेरी गेरासिमोव ने अभ्यास परिक्षण की जानकारी देते हुए बताया कि रणनीतिक अभ्यास दो चरण में हुआ।पहला चरण था “बढ़े हुए संभावित खतरे के हथियारों” के काम का परीक्षण करना” और दूसरे चरण में जवाबी हमले की स्थिति में रूसी संघ के रणनीतिक आक्रामक हथियारों का स्वीकृत, बड़े पैमाने पर मुँह तोड़ जवाब देना।
जनरल ने आगे अपनी बात कहते हुए सूचित किया और कहा,” इस अभ्यास में रूस की ब्लैक एंड नॉर्थ सी नेवी के साथ-साथ देश के रणनीतिक बल भी शरीक थे। .
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