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    आज़ोव सागर में सैन्य युद्धपोत

    रूस ने रविवार को ऐलान किया कि उन्होंने क्रीमियाई प्राद्विप के निकट तीन यूक्रेनी नौसैन्य जहाजों को बलपूर्वक अपने कब्जे में ले किया था। यूक्रेन के नौसेना ने रूस पर आरोप लगाते हुए कहा कि रूस ने कर्च संकरे जलमार्ग पर अचानक युक्रेन के जहाजों पर गोलीबारी शुरू कर दी थी, यह अजोव सागर तक पहुँचने के लिए संकरा गलियारा है जिसका इस्तेमाल रूस और यूक्रेनदोनों करते हैं।

    रूस की एफएसबी सुरक्षा एजेंसी ने कहा कि यूक्रेनके नौसेना के जहाजों को रोकने के लिए हत्यारों का इस्तेमाल किया गया और तीन युक्रेन के जहाजों को कब्जे में लिया गया है। उन्होंने कहा कि कर्च मार्ग को एक टैंकर से ब्लॉक कर रखा था और रूस के सैन्य विमानों ने इस इलाके के ऊपर मंडराकर यह सब पता लगाया था।

    यूक्रेन ने कहा कि उसके छह सैनिक घायल हुए हैं जबकि रूस ने कहा कि सिर्फ तीन सैनिकों को ही चोट लगी है और उनका इलाज किया जा रहा है। एफएसबी ने कहा कि यूक्रेन के तीन जहाजों ने रुसी सीमा का उल्लंघन किया और रूस के क्षेत्रीय जलमार्ग पर गैर कानूनी तरीके से प्रवेश करने की कोशिश की थी।

    एफएसबी ने कहा कि युक्रेन के जहाज रुसी विभाग के कानूनी मांगों के जवाब देने में विफल रही इस इलाके के हालातों को तनावपूर्ण बनाने लगी थी। यूरोपीय संघ ने एक बयान जारी कर कहा कि उम्मीद करते हैं, कि रूस इस जलमार्ग की स्वतंत्रता को बरक़रार रखेगा और तत्काल हालातों को दोबारा सामान्य करने की कोशिश करेगा।

    यूक्रेन के राष्ट्रपति पेत्रों पोरोशेनको ने कहा कि रुसी सेना ने हमारे जहाजों को कब्जे में लिया है। उन्होंने इस हमले का जायजा लेने के लिए सैन्य बैठक बुलाई है और देश के अगले कदम के बारे में बातचीत करेंगे। यूक्रेन के विदेश मंत्रालय ने कहा कि यह सरासर अंतर्राष्ट्रीय कानून का उल्लंघन है। यूएन के राजदूत ने कहा कि देश को तुरंत यूएन सुरक्षा परिषद् के समक्ष अपील करनी चाहिए।

    बीते सितम्बर में यूक्रेन की नेवी ने आरोप लगाये थे कि रुसी सीमा कर्मीयों ने कानून का उल्लंघन किया था। रूस के आज़ोव सागर में पांच विमानों की तैनाती के बाद यूक्रेन ने भी युद्धपोत और सीमा बल में वृद्धि कर दी है। पूर्वी यूक्रेन के निकट मरिऔपोल के इलाके पर रुसी समर्थित अलगावादियों का कब्ज़ा है, साल 2010 में हुए विवाद में 10 हज़ार लोगों ने जान गंवाई थी।

    संयुक्त राष्ट्र नें बुलाई आपात बैठक

    संयुक्त राष्ट्र में अमेरिकी राजदूत निक्की हेली नें हाल ही में एक बयान में कहा है कि रूस और यूक्रेन के कहने पर संयुक्त राष्ट्र नें एक आपात बैठक बुलाने का फैसला किया है।

    निक्की हेली नें ट्विटर के जरिये कहा है, “कल सुबह 11 बजे संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा सभा की एक आपात बैठक बुलाई गयी है।”

    मामले से जुड़े लोगों के मुताबिक इस बैठक को बुलाने के लिए रूस और यूक्रेन दोनों देशों की ओर से कहा गया है।

    इसके अलावा अमेरिका समेत अन्य देश भी इस कोशिश में है कि किसी तरह इस मसले को शान्ति से जल्द ही सुलझाया जा सके।

    By कविता

    कविता ने राजनीति विज्ञान में स्नातक और पत्रकारिता में डिप्लोमा किया है। वर्तमान में कविता द इंडियन वायर के लिए विदेशी मुद्दों से सम्बंधित लेख लिखती हैं।

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