परमाणु हथियार नियंत्रण समझौते बाहर निकलने के बाद रूस ने अमेरिका को जवाब देने की तरकीब सुझा गयी है। रूस के रक्षा मंत्री ने मंगलवार को कहा कि साल 2021 से पहले अमेरिका को करारा जवाब देने के लिए एक नया लैंड क्रूज मिसाइल और हाइपरसोनिक मिसाइल का निर्माण करेगा।
बीबीसी के मुताबिक रूस के रक्षा मंत्री सेर्गेई शोइगू ने सेना को दो नई रक्षा प्रणाली को विकसित करने का आदेश दिया है। साथ ही उन्होंने कहा कि इस नई रक्षा प्रणालियों के कार्य साल 2021 तक समाप्त हो जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि 2 फरवरी को अमेरिका ने आईएएफ संधि को स्थगित कर दिया था। साथ ही अमेरिका ने सक्रियता से 500 किलोमीटर क्षमता वाली मिसाइल को विकसित करने का कार्य बि शुरू कर दिया था, यह सरासर संधि का उल्लंघन है और इसलिए राष्ट्रपति पुतिन ने हमें ऐसे ही कुछ करने का आदेश दिया था।
अमेरिका ने शुक्रवार को शीत युद्ध के दौरान हुई ऐतिहासिक संधि आईएनएफ मिसाइल ट्रीटी को तोड़ दिया है। अमेरिका ने कहा कि रूस इस संधि का उल्लंघन करता है। वांशिगटन ने मास्को की नई मीडियम रेंज मिसाइल प्रणाली के बाबत हीनता जाहिर की थी। पश्चिमी देशों के मुताबिक इस मिसाइल प्रणाली ने साल 1987 में हुई संधि का उल्लंघन किया है।
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने एक बयान में कहा कि “अमेरिका आईएनएफ ट्रीटी के तहत सभी उत्तर दायित्वों को रद्द कर देगा और इस संधि से बाहर निकलने की प्रक्रिया शुरू कर देगा। इसकी प्रक्रिया छह माह में पूरी होगी, जब तक रूस अपनी सभी विनाशक मिसाइलों, लांचर व अन्य उपकरणों को ध्वस्त नहीं कर देता है।”
हाल ही में रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा कि मास्को अब इस संधि से नाता तोड़ रहा है। साल 1987 में अमेरिका के तत्कालीन राष्ट्रपति और सोवियत संघ के राष्ट्रपति ने इस संधि पर हस्ताक्षर किये थे।
रुसी राष्ट्रपति ने कहा कि “हमारे अमेरिकी सहयोगियों ने इस संध को अब खत्म करने का ऐलान किया था और अब हम भी इससे बाहर निकल रहे हैं।” उन्होंने कहा कि हम अब इस मसले पर अमेरिका के साथ बातचीत की पहल नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि जब तक अमेरिका अर्थपूर्ण वार्ता के लिए परिपक्व नहीं होता, हम तब तक बातचीत के लिए इंतज़ार करेंगे।