रूस में भारतीय दूतावास ने महात्मा गांधी की 150 वीं सालगिरह के मौके पर बुधवार को गांधी-टॉलस्टॉय प्रदर्शनी का आयोजन किया था। इस आयोजन में महात्मा गांधी और लियो टॉलस्टॉय के बीच गहरी मित्रता को दर्शाया गया था और साथ ही एक दूसरे के कार्य और फिलॉसफी पर संयुक्त प्रभाव को दिखाया गया था।
यह प्रदर्शनी 20 वीं शताब्दी की दो महान आत्माओं के की छवियों को दर्शाएगा। उनके बीच संबंधों और इसका असर उनके सफर पर दिखायेगा। दोनो के बीच एक साल से कम वक्त में मुलाकात के बाद चिट्ठी और किताबो का आदान- प्रदान होता रहा था।
इसी सार्थकता के कारण गांधी ने टॉलस्टॉय को अपने जीवन को प्रभावित करने वाले तीन व्यक्तियों में शुमार किया था। जिसमे जॉन रस्किन और श्रीमद रायचंद्र शामिल है।
यह प्रदर्शनी टॉलस्टॉय के लेबर ब्रेड और गांधी के सत्याग्रह को दर्शाएगा और साथ ही उनकी सच की समझ, दयालुता और विश्व के प्रति प्रेम को दर्शाएगा।
इस एक्सहिबिशन में गांधी के एकत्रित किये गए कार्य से कोट्स को दिखाया जाएगा। गांधी की किताब की प्रतियां भी दिखाई जाएगी जिसमे दोनो महान आत्माओं को प्रभावित किया था।