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    अपने भारत दौरे को ख़तम करने के एक दिन बाद पाकिस्तान (Pakistan) गए रूस (Russia) के विदेश मंत्री सेर्गेई लावरोव ने वहाँ ”विशेष सैन्य उपकरण” देने का वादा किया है। इसका ऐलान उन्होंने पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी से वार्ता के बाद किया। लावरोव पाकिस्तान के दो-दिवसीय दौरे पर हैं। लावरोव के अनुसार यह सैन्य सहायता पाकिस्तान को आतंक से जुड़ी गतिविधियों से निपटने के लिए प्रदान की जा रही है।

    पाकिस्तानी अख़बार डॉन के मुताबिक रूसी विदेश मंत्री ने पाकिस्तान के साथ सैन्य अभियानों को बढ़ावा देने की भी बात कही है। इससे द्विपक्षीय संबंधों को भी बढ़ावा मिलेगा। उनके अनुसार अतिरिक्त संयुक्त सैन्य अभ्यास जैसे कि अरब मॉनसून समुद्री ड्रिल आयोजित करने पर भी एक समझौता हुआ।

    लावरोव का यह दौरा पिछले 9 सालों में किसी रूस के विदेश मंत्री का पहला दौरा है। लावरोव का आख़िरी पाकिस्तानी दौरा 2012 में हुआ था। पाकिस्तान के विदेश मंत्री कुरैशी ने ट्विटर पर लिखा, “उत्कृष्ट बैठकों के लिए आज विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव का विदेश कार्यालय में स्वागत करने पर ख़ुश हूँ। रूस के साथ बहुआयामी संबंध बनाना पाकिस्तान के लिए एक महत्वपूर्ण बिंदु है और हमारा मानना ​​है कि मजबूत संबंध क्षेत्रीय स्थिरता और वैश्विक सुरक्षा में योगदान देता है।”

    कुरैशी और प्रधानमंत्री खान दोनों ने लावरोव के साथ अपनी चर्चा में कश्मीर मुद्दे को उठाया। कुरैशी ने संयुक्त प्रेस वार्ता सम्मेलन में कहा कि उन्होंने लावरोव को “भारत के साथ हमारी सीमा पर स्थिति की नाजुकता” और जम्मू-कश्मीर की स्थिति और मानवाधिकार के मुद्दों के बारे में चिंता के बारे में बताया।

    बुधवार को विदेश मंत्री लावरोव पाकिस्तानी सेना प्रमुख क़मर जावेद बाजवा से भी मिले। दोनों की बैठक रावलपिंडी में स्थित सेना मुख्यालय में हुई। बैठक के बाद पाकिस्तानी सेना द्वारा जारी बयान में बोला गया कि, “पाकिस्तान रूस के साथ अपने संबंधों को महत्व देता है और बढ़ी हुई द्विपक्षीय सैन्य सहयोग की इच्छा को दोहराता है।” बाजवा ने अफगानिस्तान में शांति और स्थिरता लाने के लिए रूस की सभी पहलों का स्वागत किया। उन्होंने कहा, “हमारे पास किसी भी देश के प्रति कोई शत्रुतापूर्ण डिजाइन नहीं है और वह संप्रभु समानता और आपसी प्रगति के आधार पर सहयोगकारी क्षेत्रीय ढांचे की दिशा में काम करना जारी रखना चाहते हैं।”

    लावरोव ने संयुक्त प्रेस वार्ता सम्मेलन में कहा कि उन्होंने और कुरैशी ने इस पर बात की कि भारत और पाकिस्तान ने संबंधों के सामान्यीकरण पर बातचीत शुरू कर दी है। उन्होंने कहा कि, “हम इसका स्वागत करते हैं।”

    लावरोव ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के साथ मुलाकात के बाद, आधिकारिक विज्ञप्ति में कहा कि ‘पाकिस्तान स्ट्रीम’ (उत्तर-दक्षिण) गैस पाइपलाइन परियोजना के लिए अपेक्षित कानूनी प्रक्रिया में तेजी लाने और जल्द से जल्द काम शुरू करने की प्रक्रिया की भी पुष्टि की।

    By आदित्य सिंह

    दिल्ली विश्वविद्यालय से इतिहास का छात्र। खासतौर पर इतिहास, साहित्य और राजनीति में रुचि।

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