रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और तुर्की के राष्ट्रपति रिचप तैय्यप एर्डोगन ने सीरिया के इदलिब तनावमुक्त क्षेत्र में चरमपंथियों द्वारा संघर्षविराम के उल्लंघन करने के बाबत चर्चा की थी। दोनों देशों के प्रमुखों ने इस बाबत फ़ोन पर बातचीत की थी।
संघर्षविराम समझौते का उल्लंघन
रायटर्स के मुताबिक फ़ोन पर बातचीत करते हुए दोनों मुल्कों के राष्ट्रपतियों ने इस क्षेत्र में सामंजस्य के बढ़ाने के बाबत वार्ता जो थी। आधिकारिक बयान के मुताबिक, सीरिया में संकटग्रस्त हालातो के महत्वपूर्ण मसलो पर दोनों देशों के नेताओं ने विचारो का आदान-प्रदान किया था।
बयान के अनुसार, इस वार्ता का मुख्य फोकस इदलिब तनावमुक्त क्षेत्र था, जहां हथियारबंद विद्रोही समूहों द्वारा संघर्षविराम की वारदात में काफी इजाफा हो रहा था।
हाल ही में रुसी रक्षा मंत्रालय के लिए गठित सीरीआई सुलह केंद्र के प्रमुख मेजर जनरल विक्टर कुपचीसिन ने ऐलान किया कि गैर कानूनी हथियारबंद समूह ने तनावमुक्त क्षेत्र में स्थित चार बस्तियों पर बमबारी की थी।
सीरिया के राष्ट्रपति असद को रूस और ईरान सैन्य सहायता मुहैया करते हैं, जबकि तुर्की उत्तर में कुर्दिश विद्रोहियों के खिलाफ लड़ रहे विद्रोहियों को सहयोग करती है।
सीरिया की सरकार सऊदी अरब तक दोबारा पंहुच को ईरान के गठबंधन में प्रवेश करने से बेहतर समझती है जो मुस्लिम ब्रदरहूड की कट्टर समर्थक है। कई वर्षो तक मुस्लिम ब्रदरहुड ने सीरिया के साथ जंग लड़ी थी जब तक साल 1982 में हमा पर कब्ज़ा कर उन्हें निर्वासन के लिए मज़बूर नहीं कर दिया गया था।