रूस, चीन, पाकिस्तान और अमेरिका ने अफगानिस्तान की सरकार और विद्रोहियों के बीच तत्काल आंतरिक अफगान वार्ता के आयोजन की मांग की है ताकि देश में एक शान्ति की रूपरेखा को तैयार किया जा सके। 18 सालो से देश गृह युद्ध की आग में जल रहा है।
यह संयुक्त बयान बीजिंग में शुक्रवार को आयोजित अफगान शान्ति प्रक्रिया में तीसरी चर्चा में सम्बंधित देशों ने दिए हैं। चारो पक्षों ने जोर दिया कि शान्ति रूपरेखा ही अफगानिस्तान के सुरक्षा हालातो को बदलने के लिए जिम्मेदारी की गारंटी दे सकता है।
इस फ्रेमवर्क में सभी अफगानों डरा स्वीकृत समावेशी राजनीतिक व्यवस्था के अधिक जानकारी में एक समझौता होना चाहिए। संयुक्त बयान में विरोधियों के बीच हाल ही में आयोजित आंतरिक अफगान वार्ता का स्वागत किया गया था, जो मोस्को और दोहा के शहरो में आयोजित हुई थी।
इस आयोजन का मकसद देश में शान्ति की स्थापना करना था। चारो पक्ष विचार की गति को कायम रखने के लिए रजामंद है। इसमें अन्य शुभचिंतकों को शामिल होने के लिए आमंत्रित किया गया है। त्रिपक्षीय बैठक का आयोजन 25 अप्रैल 2019 में किया जायेगा।
आंतरिक अफगान वार्ता के शुरू होने के दौरान एक व्यापक समूह मुलाकात करेगा। परामर्श के शुरुआत में रूस, चीन, अमेरिका ने वार्ता में प्रक्रिया में पाकिस्तान का स्वागत किया था और आशा जताई कि पाकिस्तान अफगानिस्तान में शान्ति की स्थापना के लिए एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।