अमेरिका के उपराष्ट्रपति माइक पेन्स पिछले सप्ताह सिंगापुर की बैठक में शरीक हुए थे इस दौरान उन्होंने रूस के राष्ट्रपति व्लामिदिर पुतिन से मुलाकात की थी। सोमवार को जारी एक रिपोर्ट के मुताबिक रुसी राष्ट्रपति ने अमेरिकी उपराष्ट्रपति से मुलाकात के दौरान कहा था कि साल 2016 में हुए मध्यावधि चुनावों में दखलंदाजी से रूस का कोई लेना-देना नहीं है।
नवम्बर माह के अंत में एर्जेंटिना में आयोजित जी-20 की बैठक में अमेरिका के राष्ट्रपति और डोनाल्ड ट्रम्प के मध्य मुलाकात हो सकती है। इस मुलाकात से सम्बंधित बातचीत के लिए रुसी राष्ट्रपति ने माइक पेन्स से बातचीत की थी और अपना पक्ष रखा था।
माइक पेन्स ने अमेरिकी चुनावों बाहरी राष्ट्रों के हस्तक्षेप के मुद्दे को उठाया था। हालांकि व्लामदिर पुतिन ने कहा कि चुनावों में बाहरी दखलंदाजी से रूस का कोई मतलब नहीं है और किसी राष्ट्र की चुनावी प्रक्रिया में दखल देकर हमें कुछ हासिल नहीं होने वाला था।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने कई दफा रूस पर आरोप मढ़ चुके हैं कि रूस ने उन्हें चुनावों में हराने के लिए साजिश रची थी और अमेरिकी की चुनावी प्रक्रिया में दखलंदाजी की थी। ऐसा ही इलज़ाम उन्होंने चीन पर भी लगाया था हालांकि दोनों ही राष्ट्र अमेरिका के राष्ट्रपति के आरोपों को झुठलाते रहे हैं।
अमेरिका की ख़बरों के मुताबिक ख़ुफ़िया एजेंसी की रिपोर्ट में कहा गया है कि चुनावों में दखलंदाजी में रूस शामिल नहीं था। इसी सवाल को पूछने पर डोनाल्ड ट्रम्प ने सीएनएन के पत्रकार जिम अकोस्टा का प्रेस पास रद्द कर दिया था और उन्हें अभद्र और बदतमीज कहा था।