भारतीय रुपया डॉलर के मुकाबले इस समय बड़ी तेजी से गिर रहा है। कल रुपए नें ऐतिहासिक नीचे स्तर पर पहुँचते हुए 72.91 का आंकड़ा छुआ।
ऐसे हालत में बुधवार को वित्त मंत्रालय नें आनन-फानन में अपनी प्रतिक्रिया दी। वित्त मंत्रालय की ओर से कहा गया कि सरकार और आरबीआई मिलकर यह सुनिश्चित करेंगे कि रुपया ‘ज्यादा नीचे’ ना गिरे।
कल सुबह बाजार खुलते ही कच्चे तेल की कीमतों में वृद्धि के कारण रुपया 73 के करीब पहुँच गया था।
आर्थिक मामलों के सेक्रेटरी सुभाष चन्द्र गर्ग नें ट्वीट करते हुए बताया, “सरकार और आरबीआई पूरी कोशिश करेंगे कि रुपया ज्यादा ना गिरे। आज जिस प्रकार रुपए में मजबूती दिखी, उससे यह साफ़ दिखता है।”
गर्ग नें यह भी बताया कि मंगलवार को जिस प्रकार रुपया इतना नीचे गिरा, उसका कोई ठोस कारण नहीं था। उन्होनें कहा कि बाजार में अनिश्चित प्रक्रिया के कारण रुपए में कमजोरी दिखी।
बुधवार को आरबीआई द्वारा दखल देने के बाद रुपए नें 69 पैसे की मजबूती दिखाते हुए 72 का आंकड़ा छुआ। इससे कुछ हद तक व्यापारियों में हिम्मत बंधी।
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