रियान पराग उस समय पांच साल के थे जब वह धोनी से पहले बार मिले थे। वह 2007 में पाकिस्तान के खिलाफ गुवाहटी में अंतरराष्ट्रीय मैच के बाद उनसे मिले थे। उस दौरान भारत-पाकिस्तान के बीच पांच मैचो की वनडे सीरीज खेली जा रही थी और वह सीरीज का पहला मैच था जिसे भारत ने 5 विकेट से जीता था।
धोनी उस मैच में मैन ऑफ द मैच रहे थे क्योकि उन्होने टीम के लिए 77 गेंदो में 63 रन की शानदार पारी खेली थी, जिससे भारत 240 रनो का लक्ष्य पीछा करने में कामयाब रहा था। घंटो कतार में खड़े रहने के बाद, रियान को धोनी से मिलने का मौका मिला और उन्होने धोनी के साथ फोटो भी खिंचवाई।
हालांकि, रियान कोई साधारण प्रशंसक नहीं थे। वह खुद एक क्रिकेटर बनने के इच्छुक थे।
असम के 17 वर्षीय खिलाड़ी, जो मुख्य रुप से एक बल्लेबाज है लेकिन जरुरत पड़ने पर गेंदाबजी करते है, वह 2018-19 विश्वकप अंडर-19 की टीम का भी हिस्सा थे। वह असम की टीम से 2018-19 में विजय हजारे ट्रॉफी में सबसे ज्यादा 248 रन बनाने वाले खिलाड़ी भी थे। इसके साथ-साथ वह उस समय धोनी के खिलाफ मैच खेलने के सपने भी देखा करते थे।
12 साल के बाद उनका यह सपना सच भी हुआ क्योंकि 11 अप्रैल में उन्होने मौजूदा आईपीएल सीजन में उनके खिलाफ मैच खेला था।
17 वर्षीय असम के खिलाड़ी, जो इस समय आईपीएल में राजस्थान रॉयल्स की टीम से खेल रहे है, यह उनका पहला आईपीएल सीजन है और उन्हे राजस्थान रॉयल्स की टीम ने 20 लाख में खरीदा था। अंत में अपने बचपन के हीरो से एक प्रशंसक के रूप में नहीं, बल्कि एक साथी क्रिकेटर के रूप में मिले जब राजस्थान ने चेन्नई की मेजबानी की।
रियान ने टाइम्स ऑफ इंडिया को बताया, ” मैं मैच के बाद एमएस धोनी से मिला था और उन्होने मुझे अपने खेल में सुधार करने के लिए कुछ चीजे बताई है। मैं उन्हे अपने दिमाग में रखने वाला हू औऱ जब अपना गेम खेलंगा तो उन बातो का ध्यान रखूंगा।”
एमएस धोनी के साथ रियान का संबंध हालांकि, धोनी के प्रशंसक होने के कारण समाप्त नहीं हुआ और अब उन्हें पूर्व भारतीय कप्तान के खिलाफ खेलने का मौका मिला।
दिलचस्प बात यह है कि, रियाण के पिता पराग दास, जिन्होंने असम के लिए 43 प्रथम श्रेणी और 32 लिस्ट ए मैच खेले हैं, धोनी के खिलाफ भी खेले, जिन्होंने 1999-2000 के रणजी ट्रॉफी सीज़न में बिहार के लिए प्रथम श्रेणी में पदार्पण किया। दास ने असम बनाम बिहार मैच में खेला था। असम की दूसरी पारी में, धोनी ने पराग को स्टंप किया, जो एक सलामी बल्लेबाज थे।
रियान ने टाइम्स ऑफ इंडिया के साथ बातचीत करते हुए कहा, ” यह मेरे पिता के साथ खेलने वाले किसी व्यक्ति के साथ खेलना आश्चर्यजनक है। सभी समय के महानतम क्रिकेटरों में से एक के साथ इस क्षेत्र को साझा करना असली है। मुझे खुशी है कि मुझे उनके साथ क्षेत्र साझा करने का मौका मिला।”
युवा खिलाड़ी ने आगे कहा, ” मेरे पिताजी मेरे आदर्श हैं और मैं उनकी प्रशंसा करता हूँ। यही कारण है कि मैंने क्रिकेट को चुना। उन्होंने मेरे करियर पर एक बड़ा प्रभाव डाला है। उन्होंने मुझे अपनी अब तक की पूरी यात्रा में तमाम उतार-चढ़ावों के बीच मार्गदर्शन किया है।”
इस सीजन आईपीएल में चेन्नई सुपर किंग्स के खिलाफ डेब्य करते हुए रियान ने 14 गेंदो में 16 रन बनाए थे। और उसके बाद उन्हे विकेट के पीछे धोनी ने कैच आउट कर दिया था। उसके बाद जयपुर में हुए मैच में उन्होने मुंबई इंडियंस के खिलाफ 29 गेंदो में 43 रन की पारी खेली थी और स्टीव स्मिथ के साथ 70 रनो की एक मैच विजेता साझेदारी कर थी।