कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी अपने विदेश दौरे को लेकर आज कल चर्चा में बने हुए है. हाल ही में इंडियन ओवरसीज कांग्रेस (आईओसी) के द्वारा जर्मनी एवं ब्रिटेन में अनेक बुद्धिजीवियों का सम्मेलन सम्बोधित किया गया है। जिसमें कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी शरीक होने 22 अगस्त को जर्मनी के लिए रवाना होंगे। इस दौरे के तहत राहुल गांधी व्यापारियों, राजनेताओं, शिक्षाविदों व अनिवासी भारतीयों से मिलेंगे और शायद ब्रिटेन की संसद को संबोधित भी करें। हाल ही में कांग्रेस ने यह कार्यक्रम संयोजित किया है जिसके तहत राहुल गांधी विदेश में रह रहे भारतीयों प्रवासिओं से मिलेंगे एवं विश्व स्तर पर भारत की स्थिति का आकलन करेंगे। गत वर्ष राहुल गांधी इसी दौरे के तहत अमेरिका एवं मध्य पूर्वी और सिंगापुर गए थे।
परन्तु हाल ही में इसको लेकर कई बार बवाल भी हुआ है। कांग्रेस के मुताबिक भारतीय जनता पार्टी इस कार्यक्रम को रद्द करने जैसी अफवाएं देश में फैला रही है जो की बिलकुल बेबुनियाद है। इसके तुरंत बाद कांग्रेस की तरफ से पार्टी की प्रवक्ता प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा कि, “भाजपा पूरी यात्रा को नाकाम करने की कोशिश कर रही है, क्योंकि वे जानते हैं कि जर्मनी व ब्रिटेन के लोग राहुल गांधी के विचार सुनना चाहते हैं और उन तक पहुंचना चाहते हैं।” इसके साथ साथ उन्होंने साफ़ कर दिया की राहुल गांधी के कथित दौरे में कोई बदलाव नहीं है एवं सब कुछ निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार ही होगा।
यह कार्यक्रम इंडियन ओवरसीज कांग्रेस (आईओसी) के अध्यक्ष सैम पित्रोदा द्वारा किया गया है.उनके मुताबिक विदेश में रह रहे प्रवासी राहुल गांधी को सुन्ना चाहते है. उन्होंने इसकी जानकारी अपने ट्वीटर से दी. आपको बता दे कि, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी का यह पिछले दो सालों में यह छठा दौरा है। इस दौरे से पार्टी राहुल गांधी को राष्ट्र स्तर का नेता बनाने का देख रही है. अब देखना यह दिलचस्प होता है की इसमें पार्टी कितनी सफल हो पाती है।