कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी वायनाड के लोगों के बीच जा कर कहा, मैं यहां आपसे झूठे वादे करने नही आया हूं, मैं आपको अपने मन की बात बताने भी नही आया हूं, लेकिन मैं यहां आपके दिल की बात सुनने आया हूं।
प्रधानमंत्री मोदी पर हमला करते हुए राहुल ने कहा कि मैं यहां आपको अपने मन की बात नही बताने नही आया हूं, लेकिन मैं यहां के लोगों की मुश्किलों को समझने आया हूं, जिसमें रात में यात्रा पर प्रतिबंध, मानव और जानवर का संघर्ष और स्वास्थय सुविधाओं की कमी।
उन्होंने कहा, मैं प्रधानमंत्री मोदी की तरह नही हूं, मैं यहां आपको यह कहने नही आया कि मैं आपको 2 करोड़ नौकरियां देने आया हूं, और 15 लाख रुपये बैंक में देने आया हूं। मैं किसानों को दूंगा और उनको वो दूंगा जो वह चाहते हैं। मै आपसे झूठ नही बोलने जा रहा हूं.. लोकिन मैं आपकी बुद्धि और बुद्धिमत्ता का सम्मान करता हूं।
मैं आपसे सिर्फ कुछ महीनों का संबंध नही रखना चाहता। मैं जिंदगीभर का रिश्ता रखना चाहता हूं। मैं वायनाड की बहनों से यह कहना चाहता हूं कि मैं उनके भाई की तरह हूं और पिता और माता से कहना चाहता हूं कि मैं उनके बेटे की तरह हूं।
राहुल ने कहा मैं वायनाड का प्रतिनिधित्व करना चाहता हूं, जो विभिन्न विचारों और संस्कृति का प्रतीक हैं। देश के बाकी लोग भी केरल और वायनाड से सिख सकते हैं।
राहुल ने कहा, जब मैंने दक्षिण भारत से चुनाव लड़ने का निर्णय किया, तो मुझे महसूस हुआ कि वायनाड अच्छी जगह हैं। क्योकि यह विभिन्न विचारों, संस्कृति का प्रतिनिधित्व करता हैं। केरला एक शांतिपूर्ण सह अस्तित्व का उदाहरण हैं।केरल और वायनाड में बहुत कुछ हैं जो देश भर के लोग सीख सकते हैं।