देवघर(झारखंड), 15 मई (आईएएनएस)| प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पर निशाना साधा और कहा कि पार्टी पहले से ही लोकसभा चुनाव में हार का ठीकरा किसी और पर फोड़ने के लिए बलि का बकरा ढूंढ़ रही है।
कांग्रेस के मणिशंकर अय्यर और सैम पित्रोदा पर अप्रत्यक्ष रूप से निशाना साधते हुए मोदी ने यहां एक चुनावी सभा में कहा कि उन्हें पार्टी के खराब प्रदर्शन का उत्तरदायित्व लेने की जिम्मेदारी दी गई है।
उन्होंने कहा, “नामदार के दो सहयोगियों को आगे किया गया। एक उनके गुरु(पित्रोदा) हैं, जिन्होंने ‘हुआ तो हुआ’ बोलकर 1984 में सिखों के विरुद्ध हुई हिंसा को खारिज कर दिया था।”
मोदी ने कहा, “दूसरा सहयोगी(अय्यर) गुजरात चुनाव के बाद छिप गया था। वह अब बाहर आ गया है और गत दो-तीन दिनों से सक्रिय है।”
मोदी ने कहा, “ये सभी कदम नामदार और उनके परिवार को चुनावी हार की जिम्मेदारी से बचाने के लिए उठाए गए हैं।”
प्रधानमंत्री ने कहा, “वास्तव में कांग्रेस में चुनावी हार के मामले में शहीद होने के लिए संघर्ष चल रहा है।”
मोदी ने कहा, “55 महीने के मेरे शासन और कांग्रेस के एक परिवार के 55 वर्षो तक के शासन में अंतर स्पष्ट तौर पर दिख रहा है।”
उन्होंने कहा कि मेरी सरकार पर भ्रष्टाचार के कोई आरोप नहीं हैं।
मोदी ने लोगों को आश्वस्त किया कि उनकी जमीन को जबरदस्ती नहीं लिया जाएगा।
उन्होंने कहा, “जबतक मोदी है, कोई भी जनजातीय और गरीब लोगों की जमीन को नहीं ले सकता।”
मोदी ने कहा, “कांग्रेस ने जनजातीय लोगों को वोट बैंक की तरह इस्तेमाल किया। यह अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार थी, जिन्होंने एक अलग जनजातीय मामलों का मंत्रालय बनाया।”
उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने राजद्रोह कानून खत्म करने का वादा किया है, लेकिन भाजपा इसकी इजाजत नहीं देगी।
इसके साथ ही उन्होंने झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) पर भी निशाना साधा और कहा, “कांग्रेस और झामुमो दोनों घुसपैठियों के साथ हैं। प्रत्येक घुसपैठी की पहचान की जाएगी, क्योंकि वे राष्ट्रीय सुरक्षा व संसाधन के लिए खतरा हैं।”