श्रीनगर, 24 अगस्त (आईएएनएस)| कांग्रेस नेता राहुल गांधी के नेतृत्व में विपक्षी दलों के प्रतिनिधिमंडल अनुच्छेद 370 हटने के मद्देनजर शनिवार को जम्मू-कश्मीर का दौरा करने की तैयारी कर रहे हैं, हालांकि प्रशासन ने उन्हें यह कहते हुए यहां नहीं आने का अनुरोध किया है कि धीरे-धीरे सामान्य हो रहे हालात में बाधा डालने के प्रयास नहीं किए जाने चाहिए।
जम्मू-कश्मीर सरकार के सूचना एवं जनसंपर्क विभाग ने ट्वीट करते हुए कहा, “ऐसे समय में जब सरकार जम्मू-कश्मीर के लोगों को सीमा पार आतंवाद और आतंकियों व अलगाववादियों के हमले से बचाने की कोशिश कर रही है और बदमाशों व उपद्रवी तत्वों को नियंत्रित कर धीरे-धीरे सार्वजनिक व्यवस्था को बहाल करने की कोशिश कर रही है, इस स्थिति में वरिष्ठ राजनेताओं के द्वारा सामान्य होते हालात को छेड़ने का प्रयास नहीं किया जाना चाहिए।”
इसमें आगे यह भी कहा गया, “नेताओं से सहयोग करने और श्रीनगर न आने का अनुरोध किया जा रहा है क्योंकि ऐसा करने से अन्य लोगों को असुविधाओं का सामना करना पड़ सकता है।”
प्रशासन ने ट्वीट कर यह भी कहा, “वे (नेता) उन प्रतिबंधों का भी उल्लंघन कर रहे होंगे जो अभी भी कुछ क्षेत्रों में लगे हैं। वरिष्ठ नेताओं को यह समझना चाहिए कि मानव जीवन में शांति व्यवस्था को बनाए रखने और नुकसान रोकने को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाएगी।”
राहुल गांधी के नेतृत्व में नौ विपक्षी दलों के एक प्रतिनिधिमंडल द्वारा शनिवार को यहां लोगों और नेताओं से मिलने के लिए जम्मू-कश्मीर का दौरा किया जाएगा जहां अनुच्छेद 370 के हटने के बाद से प्रतिबंध लगाए गए हैं।
कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने आईएएनएस को बताया, “राहुल गांधी समेत पार्टी के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद, आनंद शर्मा, सीपीआई, सीपीआई-एम, आरजेडी, डीएमके और अन्य इस प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा होंगे।”
अनुच्छेद 370 हटने के बाद से श्रीनगर में राहुल गांधी का यह पहला दौरा होगा।
कांग्रेस नेता ने यह भी कहा कि बहुजन समाज पार्टी और समाजवादी पार्टी इस प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा नहीं होंगे।