ज्योतिर् मठ के 46वें शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने सोमवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी की लोकसभा में ‘हिंदुओं’ पर की गई टिप्पणी का समर्थन किया। राहुल रंधी की टिप्पणी का एक अंश ‘हिंदू हिंसक है’ काफ़ी विवादों में रहा। उन्होंने भाजपा पर सांप्रदायिक आधार पर लोगों को बांटने का भी आरोप लगाया। हालाँकि, लोकसभा की स्पीच के दौरान ये साफ़-साफ़ दिखाई दे रहा था कि राहुल का बयान पार्टी विशेष के लिए था न की हिन्दू समाज के लिए।
शंकराचार्य जी ने इस पर प्रतिक्रिया दी है। विवाद पर प्रतिक्रिया देते हुए स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने कहा कि गांधी का भाषण हिंदू सिद्धांतों के अनुरूप था। उन्होंने कहा, “हमने राहुल गांधी का पूरा भाषण सुना। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि हिंदू धर्म में हिंसा के लिए कोई जगह नहीं है।”
मठाधीश ने कहा कि गांधी के बयान का केवल एक हिस्सा साझा किया जा रहा है जो की गलत कार्य है। इसके लिए जिम्मेदार लोगों को दंडित किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा, “गांधी के बयान के केवल अंश प्रस्तुत करना भ्रामक और अनैतिक है।”
“I watched Rahul Gandhi’s speech, and he said nothing against Hindu Dharma.
He only said that violence has no place in the Hindu religion, which is true.”
–Shankaracharya Swami Avimukteshwaranand Saraswati pic.twitter.com/mwc3kH48zu
— Indian Youth Congress (@IYC) July 7, 2024
राहुल गांधी की टिप्पणी के बाद लोकसभा में हंगामा मच गया। स्पीकर ने कई बयानों को रिकॉर्ड से हटा दिया। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मांग की कि गांधी को हिंदू भावनाओं को ठेस पहुंचाने के लिए माफी मांगनी चाहिए। हालांकि, कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी ने अपने भाई का समर्थन करते हुए कहा, “मेरा भाई (राहुल) कभी हिंदुओं के खिलाफ नहीं बोलेगा। उसने भाजपा और उसके नेताओं के बारे में बात की।”