राहुल गांधी मोदी पर इल्जाम, सवाल और आरोप लगाने का कोई भी मौका नहीं छोड़ रहे है। शायद वो यह बात जानते है कि मोदी और बीजेपी पर लगाए सारे इल्जामों का फायदा कांग्रेस को गुजरात और यूपी में हो रहे चुनावों में मिल सकता है।
नोटबंदी हो या जेएसटी, कालाधन हो या हो दलितों का कोई मुद्दा, आम आदमी के हर मुद्दों को चुनावी हथियार बनाकर राहुल गांधी विपक्ष पर शब्दरूपी तीरों की ऐसी वर्षा कर रहे है, जिसे देख अच्छे अच्छे राजनेता दांतो तले ऊँगली दबा ले रहे है। कभी मुँह खोलते ही विवादों में आ जाने वाले राहुल आज ना सिर्फ चुनावी मुद्दों पर दहाड़ मार रहे है बल्कि हर मुद्दे को चुनाव के अनुरूप इस्तेमाल भी कर रहे है।
आम आदमी, किसानों, दलितों और पिछड़ों के मुद्दों पर सरकार को घेरने के बाद राहुल गांधी ने बीजेपी को अब देश की सुरक्षा के मुद्दे पर भी निशाने पर लिया है। आतंकवाद के मुद्दे पर बीजेपी को असफल करार देते हुए उन्होने कहा है कि मोदी जी का गले लगाना कोई काम नहीं आया इसलिए। अमेरिकी राष्ट्रपति ने पाकिस्तान सेना को लश्कर फंडिंग में क्लीनचिट दे दिया।
राहुल ने ट्वीट में कहा कि ”गले लगाना काम नहीं आया, आतंक का मास्टमांइड आजाद, नरेंद्र भाई बात नहीं बनी, ट्रंप ने पाक सेना को लश्कर फंडिंग में क्लीनचिट दी, अब और ज्यादा गले लगाने की जररूत।”
Narendrabhai, बात नहीं बनी. Terror mastermind is free. President Trump just delinked Pak military funding from LeT. Hugplomacy fail. More hugs urgently needed.https://t.co/U8Bg2vlZqw
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) November 25, 2017
उल्लेखनीय है कि 26/11 मुंबई हमलों के मुख्य आरोपी हाफिज सईद के मुद्दे पर भारत को अमेरिका से मदद की आस थी, लेकिन अमेरिका ने पाकिस्तान सेना को टेरर फंडिंग से क्लीनचिट देते हुए भारत के उम्मीदों पर पानी फेर दिया है। बीजेपी सरकार की इस असफलता को कांग्रेस उपाध्यक्ष ने बिना कोई देर किए कटाक्ष का माध्यम बना लिया।
राहुल की ऐसी सक्रियता देखकर आज कल सभी विपक्षी पार्टियों की उम्मीद कांग्रेस से ज्यादा हो गयी है। शायद यहीं कारण है कि सेक्युलर मानी जाने वाली लगभग तमाम पार्टियों ने राहुल के समर्थन में गुजरात विधानसभा चुनाव में अपने उम्मीदवार नहीं खड़े किए है।