कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने सोनिया गांधी द्वारा नियुक्त पार्टी में सर्वोच्च निर्णय लेने वाली संस्था कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) को भंग कर दिया है। भंग करने के बाद ही राहुल अब नई टीम बनाने के लिए जुट गए है। कांग्रेस अध्यक्ष बनने के बाद औपचारिक रूप से राहुल गांधी ने अपनी टीम को अंतिम रूप देने शुरू कर दिया है। राहुल गांधी ने नयी सीडब्ल्यूसी के सदस्यों के नामांकन की देखरेख के लिए एक नई स्टीयरिंग कमेटी नामित की है।
स्टीयरिंग कमेटी में राहुल ने कांग्रेस के पुराने वरिष्ठ नेताओं व नए चेहरों को शामिल किया है। दिल्ली में मार्च के दूसरे सप्ताह होने वाली कांग्रेस पार्टी के पूर्ण सत्र की रूपरेखा स्टीयरिंग कमेटी ही तय करेगी।
इस पूर्ण सत्र में शामिल होने वाले नेता राहुल गांधी के कांग्रेस अध्यक्ष के रूप में उनकी नियुक्ति का समर्थन करेगा। साथ ही राहुल की टीम को अंतिम रूप भी प्रदान किया जाएगा।
स्टीयरिंग कमेटी के लिए, राहुल ने वरिष्ठ प्रधान मंत्री मनमोहन सिंह, पी चिदंबरम, गुलाम नबी आजाद और जनार्दन द्विवेदी व अशोक गहलोत समेत कई नेताओं को शामिल किया है। राहुल की नई कांग्रेस कार्य समिति टीम में वो पुराने व नए नेताओ को शामिल करेंगे।
जानकारी के मुताबिक राहुल की टीम में राज्यसभा के गुलाम नबी आजाद, पूर्व रक्षा मंत्री ए के एंटनी, आनंद शर्मा, पी चिदंबरम और सोनिया गांधी के पूर्व राजनीतिक सचिव अहमद पटेल जैसे वरिष्ठ नेता शामिल हो सकते है। वहीं राहुल नए युवा चेहरो को भी अपनी टीम में शामिल करेंगे। राहुल गांधी आगामी लोकसभा चुनावों के लिए पूरी तैयारी मे जुट गए है।
कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) पार्टी में सर्वोच्च निर्णय लेने वाली संस्था मानी जाती है। लोकसभा चुनावों से पहले राहुल की चुनौती कर्नाटक, राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ जैसे प्रमुख राज्यों में जीत हासिल करना होगा।