इन दिनों भाजपा और कांग्रेस में राहुल गाँधी के मंदिर भ्रमण को लेकर जबरदस्त जुबानी जंग छिड़ी हुई है। कांग्रेस जहाँ इस राहुल गाँधी की भक्ति बता रही है वहीँ भाजपा इसे राहुल गाँधी का पाखण्ड बता रही है। इन मुद्दों पर कांग्रेस नेता शशि थरूर ने अपनी राय रखी।
दिल्ली में ‘टाइम्स लिट्फेस्ट दिल्ली’ कार्यक्रम में शशि थरूर यूँ तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ऊपर लिखी किताब ‘द पैराडॉक्सीयल प्राइम मिनिस्टर’ पर चर्चा करने पहुंचे थे लेकिन ये चर्चा साहित्य से होती हुई राजनीति पर पहुँच गई। चर्चा राजनीति से होती हुई 5 राज्यों के विधानसभा चुनावों के दौरान राहुल गाँधी के मंदिर भ्रमण पर पहुंची तो शशि थरूर ने इस पर विस्तार से बात की।
थरूर ने कहा ‘कांग्रेस का मानना है कि धर्म एक व्यक्तिगत मामला है दिखावे का मामला नहीं। लेकिन भाजपा ने हमें ऐसा करने पर मजबूर कर दिया।’ उन्होंने कहा ‘कांग्रेस नेहरू जी के सेक्युलर विचारों वाली पार्टी है जिसमे सभी धर्मों के लिए जगह है लेकिन पिछले कुछ दिनों से हमें महसूस हुआ कि भारत जैसे देश में जहाँ धर्म इतने गहरे तक बसा हुआ है वहां हमारे सेक्युलर विचारधारा की हार हो जायेगी।’
उन्होंने कहा ‘भाजपा ने सच्चा हिन्दू और नकली हिन्दू’ जैसी विचारधारा के साथ एक जंग छेड़ रखी है। अब तक हम अपने धार्मिक होने का दिखावा नहीं करते थे लेकिन भाजपा ने जिस तरह से अपने धर्म और धर्म के हितैसी होने का दिखावा किया तो हमने भी महसूस किया कि हमें भी अपने धर्म के प्रति अपने लगाव को जनता के सामने दिखाना पड़ेगा।’
थरूर ने कहा ‘पार्टी ने तय किया कि हम इस प्रदर्शन में भी सबको साथ ले कर चलेंगे। राहुल जी जब कहते हैं कि वो शिव भक्त हैं तो वो हैं क्योंकि उन्होंने कभी दूसरों की तरह अपने शिवभक्त होने का दिखावा नहीं किया लेकिन भाजपा ने ऐसे हालात पैदा कर दिए कि हमें भी अपने धार्मिक होने का प्रदर्शन करना पड़ रहा है।’