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    भोपाल/इंदौर 3 जून (आईएएनएस)| मध्य प्रदेश में बिजली कटौती को लेकर प्रख्यात शायर डॉ. राहत इंदौरी द्वारा किए गए ट्वीट के बाद राज्य की सियासत गर्मा गई है। भाजपा ने कांग्रेस सरकार पर चुटकी लेते हुए बिल के बजाय बिजली हाफ करने का तंज कसा, तो वहीं कांग्रेस ने इसे भाजपा के शासनकाल का पाप बताया।

    राज्य में पिछले कुछ दिनों से विभिन्न हिस्सों में अघोषित बिजली कटौती का दौर जारी है। कहीं प्राकृतिक कारणों से तो कहीं तकनीकी गड़बड़ी के कारण कई-कई घंटे बिजली गुल हो रही है। इसके चलते सरकार पर भाजपा की ओर से लगातार हमले बोले जा रहे हैं।

    राहत इंदौरी ने इंदौर में बिजली कटौती को लेकर ट्वीट किया, जिसके बाद भाजपा और कांग्रेस ने एक-दूसरे पर सियासी हमले तेज कर दिए हैं। विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष और भाजपा नेता गोपाल भार्गव ने तंज कसते हुए ट्वीट किया, “कमलनाथ सरकार के कुप्रशासन का कुप्रभाव है। वचन दिया था कि सरकार बनी तो बिजली बिल आधा कर दिया जाएगा, पर इन्होंने तो प्रदेश की बिजली ही आधी कर दी।”

    भार्गव के इस बयान के जवाब में सहकारिता मंत्री डॉ. गोविंद सिंह ने बिजली की आपूर्ति में आ रही बाधा को पूर्ववर्ती सरकार के पापों का नतीजा बताया। उन्होंने कहा, “पिछली सरकार ने ट्रांसफार्मर और तार की सेंट्रल परचेजिंग की, खरीदी में गड़बड़ी की, गुणत्तापूर्ण न होने के कारण ट्रांसफार्मर और तार खराब हो रहे हैं। राज्य में अभी मांग से ज्यादा बिजली है।”

    राहत इंदौरी ने रविवार को ट्वीट किया था, “आजकल बिजली का जाना आम हो गया है। आज भी तीन घंटों से बिजली नहीं है, गर्मी है, रमजान भी है और बिजली कंपनी इंदौर में कोई फोन भी नहीं उठा रहा है, कुछ मदद करें।”

    राहत इंदौरी ने अपना यह ट्वीट मुख्यमंत्री कमलनाथ के कार्यालय और ऊर्जा मंत्री प्रियव्रत सिंह को टैग करते हुए किया।

    शायर के इस ट्वीट पर उच्च शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी ने कहा, “बीते दिन आंधी चलने से बिजली आपूíत बाधित हुई, जिसे बिजली कर्मचारियों ने कई घंटे की मेहनत के बाद दुरुस्त किया। इस पर बिजली कर्मचारियों को पुरस्कृत किया जाना चाहिए। इस मामले पर भाजपा को राजनीति नहीं करनी चाहिए।”

    By पंकज सिंह चौहान

    पंकज दा इंडियन वायर के मुख्य संपादक हैं। वे राजनीति, व्यापार समेत कई क्षेत्रों के बारे में लिखते हैं।

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