पाकिस्तान के प्रधानमन्त्री इमरान खान सोमवार को कश्मीर के मामले पर राष्ट्र को संबोधित करेंगे। इसका ऐलान प्रधानमन्त्री के सूचना विशेष सलाहकार डॉक्टर फिरदौस आशिक अवन द्वारा किया गया था। इस संबोधन के समय को उजागर किया है।
उन्होंने ट्वीट कर कहा कि “आज प्रधानमंत्री राष्ट्र को कश्मीर मसले के बाबत संबोधित करेंगे।” इस महीने भारत ने जम्मू कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा देने वाले आर्टिकल 370 को हटा दिया था और इसके बाद दोनों मुल्कों के बीच तनाव बढ़ गया था।
भारत ने जम्मू कश्मीर और लद्दाख को दो केन्द्रशासित प्रदेशों में विभाजित कर दिया है। इस्लामाबाद ने जम्मू कश्मीर के मामले को वैश्विक स्तर पर उठाने की काफी कोशिश की थी लेकिन उसने खुद को पूरी तरह अलग थलग पाया था।
अंतर्राष्ट्रीय समुदाय ने स्पष्ट किया है कि कश्मीर नयी दिल्ली का आंतरिक मामला है। पाकिस्तान की सरकार ने भारत के सतह द्विपक्षीय संबंधों को खत्म कर दिया था और कहा कि इस गैरकानूनी कदम को का विरोध करने के लिए हर संभव कदम उठाया जायेगा।
फ्रांस के राष्ट्रपति इम्मानुएल मैक्रोन ने गुरुवार को कहा कि “कश्मीर भारत और पाकिस्तान के बीच एक द्विपक्षीय मामला है और कश्मीर मुद्दे से सम्बंधित हिंसा को रोकने या प्रोत्साहित करने के लिए किसी तीसरे पक्ष की जरुरत नहीं है।”
पाक ने बीते हफ्ते विदेश मंत्री को चीन की यात्रा पर भेजा था ताकि उनकी मदद से यूएन की एक तत्काल बैठक को बुलाया जा सके। यूएन की बैठक में पांच में से चार सदस्य देशो ने पाकिस्तान के पक्ष का समर्थन नहीं किया था और इससे बैठक में चीन और पाकिस्तान अलग थलग पड़ गए थे।