बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव की पार्टी राष्ट्रीय जनता दल भाजपा नीत एनडीए के खिलाफ एक मजबूत गठबंधन बनाने के लिए कम सीटों पर भी लड़ने को तैयार है।
एक रिपोर्ट के मुताबिक़ बिहार में सीट शेयरिंग के लिए राजद की अपने सहयोगियों से बातचीत जारी है। एनडीए के खिलाफ एकजुट रहने और गठबंधन की छोटी पार्टियों को खुश करने के लिए राजद कम सीटें ले को भी तैयार हो सकती है।
राज्य में इस वक़्त कांग्रेस और जीतन राम मांझी की पार्टी हिन्दुस्तान आवाम मोर्चा (एचएएम), राजद कि मुख्य सहयोगी है। इसके अलावा राजद अपने गठबंधन को बड़ा बनाने के लिए शरद यादव की पार्टी लोकतांत्रिक जनता दल (एलजेडी), कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ़ इण्डिया (सीपीआई) और कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ़ इण्डिया (सीपीआईएमएल), और कुछ अन्य छोटी पार्टियों से बातचीत कर रही है।
सूत्रों के अनुसार लालू प्रसाद यादव की पार्टी राज्य की 40 लोकसभा सीटों में से 20 सीटों पर लड़ने को तैयार है। 2014 में पार्टी ने 40 सीटों में से 27 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे थे।
द डेली रिपोर्ट के मुताबिक़ राजद ने अपने सहयोगियों लोकतांत्रिक जनता दल, सीपीआई, सीपीआईएमएल और हम को एक-एक सीट देने की बात कही है।
राजद केन्द्रीय मंत्री और वर्तमान में एनडीए से नाराज चल रहे उपेन्द्र कुशवाहा की पार्टी राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (आरएलएसपी) को भी एनडीए से तोड़ कर अपने साथ जोड़ना चाहती है। कुशवाहा के लिए जगह बनाने में राजद अपने कुछ सीटों की कुर्बानी दे सकती है।
कुशवाहा एनडीए में ज्यादा सीट हासिल करने के लिए नाराज चल रहे हैं। 2014 में कुशवाहा की पार्टी आरएलएसपी 3 सीटों पर चुनाव लड़ी थी लेकिन इस बार वो ज्यादा सीटें मांग रही है जबकि जेडीयू की एनडीए में वापसी के बाद भाजपा सबके हिस्से से कुछ सीटों की कुर्बानी मांग रही है ताकि जेडीयू के लिए जगह बनाई जा सके।
मनमाफिक सीटें ना मिलने पर कुशवाहा ने तेजस्वी यादव और शरद यादव से मुलाकात कर नए बनते समीकरणों की ओर इशारा भी किया है