भारतीय ओलम्पिक संघ (आईओए) के अध्यक्ष नरिंदर बत्रा का कहना है कि 23 नवंबर को होने वाली कार्यकारी समिति की बैठक में 2026 राष्ट्रमंडल खेलों की मेजबानी के मुद्दे पर चर्चा करने का सवाल ही पैदा नहीं होता।
आईओए के महासचिव राजीव मेहता ने गुरुवार को कहा था कि आईओए के शीर्ष अधिकारियों और राष्ट्रमंडल खेलों के महासंघ के बीच हुई बैठक के बाद भारत 2026 में इन खेलों की मेजबानी करने में रुचि दिखा सकता है।
हालांकि, महासंघ ने नई दिल्ली में आईओए के शीर्ष अधिकारियों से इसलिए मिली थी ताकि उसे 2022 में होने वाले राष्ट्रमंडल खेलों का बहिष्कार करने से रोक सके।
बत्रा ने शुक्रवार को आईएएनएस से कहा, “खेलों के बहिष्कार करने के मुद्दे पर अभी भी चर्चा की जाएगी, लेकिन खेलों की मेजबानी का सवाल ही पैदा नहीं होता। मेजबानी के मुद्दे पर बैठक में अचानक से चर्चा हुई, लेकिन यह हमारे एजेंडे में पहले शामिल नहीं था।”
बत्रा ने कहा, “बहिष्कार के मुद्दे पर कार्यकारी समिति की बैठक में चर्चा की जाएगी और फिर हम 2026 के बारे में बात करेंगे।”
बर्मिघम में होने वाले 2022 राष्ट्रमंडल खेलों में से निशानेबाजी को हटाने का निर्णय लिया गया था जिसके बाद आईओए ने कहा कि अगर ऐसा हुआ तो भारत आगामी खेलों में हिस्सा नहीं लेगा। खेलों में निशानेबाजी की विभिन्न स्पर्धाओं में भारत शानदार प्रदर्शन करती है।