राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने शुक्रवार को वर्चुअल रूप में ‘प्रधानमंत्री TB मुक्त भारत अभियान’ लांच किया। इस अवसर पर राष्ट्रपति ने कहा कि ‘प्रधानमंत्री TB मुक्त भारत अभियान’ को उच्च प्राथमिकता देना तथा इस अभियान को जन-आंदोलन बनाना सभी नागरिकों का कर्तव्य है, क्योंकि TB हमारे देश में अन्य सभी संक्रामक बीमारियों से सबसे अधिक मृत्यु का कारण है।
Hon’ble President Smt. Droupadi Murmu launches ‘Pradhan Mantri TB Mukt Bharat Abhiyaan’ to eliminate TB by 2025
Urges citizens to work collectively towards TB elimination in spirit of Jan Bhaagidari on a war footinghttps://t.co/ODXa1kWGfR @rashtrapatibhvn pic.twitter.com/ZT1a1gsiLZ
— Ministry of Health (@MoHFW_INDIA) September 9, 2022
उन्होंने कहा कि, “भारत की आबादी विश्व की आबादी से 20 प्रतिशत से थोड़ा कम है लेकिन विश्व के कुल TB मरीजों का 25 प्रतिशत से अधिक है। यह चिंता की बात है। TB रोग से ग्रसित अधिकतर लोग समाज के गरीब वर्ग के हैं।”
राष्ट्रपति ने कहा कि ‘न्यू इंडिया’ की सोच और कार्य पद्धति भारत को विश्व का अग्रणी राष्ट्र बनाना है। कोविड-19 महामारी से निपटने में भारत ने विश्व के समक्ष उदाहरण प्रस्तुत किया है। विश्वास के साथ आगे बढ़ने की ‘न्यू इंडिया’ की नीति TB उन्मूलन के क्षेत्र में भी दिख रही है। संयुक्त राष्ट्र सतत विकास लक्ष्यों के अनुसार सभी देशों ने 2030 तक TB उन्मूलन का लक्ष्य तय किया है, लेकिन भारत सरकार ने वर्ष 2025 तक TB उन्मूलन का लक्ष्य रखा है और इस संकल्प को पूरा करने के लिए प्रत्येक स्तर पर प्रयास किए जा रहे हैं।
राष्ट्रपति ने कहा कि, “इस अभियान को जन-आंदोलन बनाने के लिए लोगों में TB के बारे में जागरूकता पैदा करनी होगी। उन्हें बताना होगा कि इस बीमारी की रोकथाम संभव है। इसका इलाज प्रभावी और सुलभ है तथा सरकार इस बीमारी की रोकथाम और उपचार के लिए निःशुल्क सुविधा प्रदान करती है।”
राष्ट्रपति ने कहा कि कुछ रोगियों और समुदायों में इस बीमारी को लेकर हीन भावना है और लोग इस बीमारी को कलंक के रूप में देखते हैं। यह भ्रम दूर करना होगा। सभी को यह जानकारी होनी चाहिए कि टीबी के कीटाणु हर व्यक्ति के शरीर में मौजूद होते हैं। किसी कारणवश जब किसी व्यक्ति की रोग-प्रतिरोधी क्षमता कम हो जाती है तो व्यक्ति में यह रोग दिखता है। इलाज से इस बीमारी से जरूर छुटकारा मिल सकता है। ये सभी बातें लोगों तक पहुंचनी चाहिए, तभी TB से प्रभावित लोग इलाज की सुविधाओं का लाभ उठा सकेंगे।
‘प्रधानमंत्री TB मुक्त भारत अभियान’ की परिकल्पना सभी सामुदायिक हितधारकों को टीबी के इलाज में समर्थन देने और टीबी के उपचार की दिशा में देश की प्रगति में तेजी लाने के लिए की गई है।