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    माइक पोम्पिओ

    अमेरिका के राज्य सचिव माइक पोम्पिओ ने कहा कि “वह इस महीने नई दिल्ली की यात्रा करेंगे और उनका फोकस भारत के साथ महत्वपूर्ण संबंधों को बेहतर बनाने में होना जो राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की इंडो पैसिफिक रणनीति का सार्थक भाग है।” पोम्पिओ 24 जून को भारत के लिए रवाना होंगे।

    24 जून से शुरू होने वाले इंडो पैसिफिक क्षेत्र की रणनीति में उनकी पहली यात्रा भारत और आखिरी दौरा वह दक्षिणी भारत का करेंगे। इसके आलावा वह श्रीलंका और जापान की यात्रा पर भी जायेंगे। इस यात्रा की शुरुआत से पूर्व वह अमेरिका-भारत कारोबारी परिषद् को 12 जून को सम्बोधित करेंगे।

    सोमवार को उन्होंने पत्रकारों से कहा कि “मैं भारतीय कारोबारों नेताओं के समूह से यात्रा की तैयारियों के बाबत बातचीत करूँगा। कुछ ही हफ़्तों में मैं भारत की भारत की यात्रा करूँगा। अमेरिका और भारत दोनों देश इस मत्वपूर्ण साझेदारी को निर्मित करना जारी रखेंगे।”

    राज्य विभाग के प्रवक्ता मॉर्गन ओरटागुस ने पत्रकारी से कहा कि “पोम्पिओ 24 जून से 30 जून तक इंडो पैसिफिक क्षेत्र की यात्रा करेंगे ताकि मुक्त और खुले इंडो पैसिफिक के साझा लक्ष्य के लिए महत्वपूर्ण देशों के साथ अमेरिका की साझेदारी को गहरा किया जा सके।

    उन्होंने कहा कि “सचिव सबसे पहले नई दिल्ली जायेंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चुनाव में प्रचंड जीत ने उन्हें अपने नजरिये को अमल में लाने का बेहतरीन मौका दिया है कि वह एक मज़बूत और समृद्ध भारत बना सके जो  वैश्विक मंच पर नेतृत्व का किरदार निभा सके।”

    भारत, अमेरिका और कई अन्य वैश्विक ताकते खुले, मुक्त और संपन्न इंडो पैसिफिक की जरुरत के बाबत बातचीत करते हैं और चीन इस क्षेत्र में निरंतर सैन्यकरण को बढ़ावा दे रहा है। चीन इंडो पैसिफिक में सैन्य मौजूदगी के विस्तार की कोशिश में जुटा हुआ है।

    चीन का दावा है कि दक्षिणी चीनी सागर उनके अधिकार क्षेत्र में हैं जबकि वियतनाम, फिलीपीन्स, मलेशिया, ब्रूनेई और ताईवान भी सागर पर अपना दावा करते हैं। पीएम मोदी की हालिया मालदीव की यात्रा ने भारत की इंडो पैसिफिक रणनीति के प्रति दृढ़ता को उजागर किया है। उन्होंने कहा कि “यह हमारे जीवन यापन का अहम घातक है और साथ ही कारोबार और समृद्धता के लिए राज्यमार्ग बेहद अहम है।”

    माइक पोम्पिओ भारत के बाद श्रीलंका की यात्रा पर जाएंगे और ईस्टर आतंकी हमले के खिलाफ अमेरिका का श्रीलंका की जनता के साथ एकजुटता को प्रदर्शित करेंगे। साथ ही मुक्त और खुले इंडो पैसिफिक क्षेत्र की साझा प्रतिबद्धताओं पर आधारित अमेरिका-श्रीलंका सहयोग के अवसरों पर चर्चा करेंगे।

    प्रवक्ता ने कहा कि “इसके बाद पोम्पिओ जापान की यात्रा पर जी-20 सम्मेलन में शामिल होने के लिए जायेंगे। यह आयोजन 28-29 जून को होगा। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के साथ जपनी प्रधानमंत्री शिंजो आबे के बैठक में माइक पोम्पिओ  भी शामिल होंगे। इस बैठक के बाद माइक पोम्पिओ डोनाल्ड ट्रम्प के साथ दक्षिण कोरिया की यात्रा पर जायेंगे और राष्ट्रपति मून जे इन से मुलाकात करेंगे।”

    By कविता

    कविता ने राजनीति विज्ञान में स्नातक और पत्रकारिता में डिप्लोमा किया है। वर्तमान में कविता द इंडियन वायर के लिए विदेशी मुद्दों से सम्बंधित लेख लिखती हैं।

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