हैदराबाद, 28 मई (आईएएनएस)| तेलंगाना के एक कस्बे जम्मीकुंटा में जीवन हर दिन सुबह 8 बजे एक मिनट रुक जाता है, क्योंकि यहां लोग राष्ट्रगान गाने के लिए एक मिनट रुकते हैं।
हैदराबाद से 140 किलोमीटर दूर स्थित करीमनगर जिले में स्थित इस कस्बे में 15 अगस्त 2017 से यह लोगों की दिनचर्या का एक हिस्सा बन गया है।
एक स्थानीय पुलिस इंस्पेक्टर की यह एक पहल है जिसका उद्देश्य लोगों में देशभक्ति की भावना जगाना है।
सुबह के ठीक 7.58 बजे लोगों को सचेत करने के लिए शहर के 16 स्थानों पर सार्वजनिक संबोधन की व्यवस्था से तेलुगू और हिंदी में घोषणा की जाती है और दो सेकंड बाद राष्ट्रगान बजना शुरू होता है।
वाहनों का आवागमन रुक जाता है और लोग पैदल चलना बंद कर देते हैं। राष्ट्रीय ध्वज को सलामी देने के लिए ऑफिस जाने वाले लोग, श्रमिक और स्कूली बच्चे 52 सेकंड तक रुकते हैं।
राष्ट्रगान के बाद देशभक्ति गाने बजाए जाते हैं लेकिन लोग फिर आगे बढ़ जाते हैं और अपनी दिनचर्या में व्यस्त हो जाते हैं।
पिछले दो वर्षो में शहर की पुलिस ने वॉलिंटियर्स की मदद से नागरिकों को राष्ट्रगान के प्रति सम्मान करने का प्रशिक्षण दिया है। लोग अब इसके आदी हो गए हैं।
जम्मीकुंटा पुलिस इंस्पेक्टर पिंगिली प्रशांत रेड्डी ने लोगों में देशभक्ति की भावना को बढ़ावा देने के लिए इस अभ्यास की शुरुआत की।
रेड्डी ने कहा, “जब सर्वोच्च न्यायालय ने सिनेमाघरों में हर शो से पहले राष्ट्रगान बजाना अनिवार्य कर दिया, तो मैंने सोचा कि क्यों न शहर स्तर पर भी यही काम किया जाए। इस विचार को समाज के सभी वर्गो के लोगों का अच्छा समर्थन मिला।”
करीमनगर जिले के पुलिस अधीक्षक कमलासन रेड्डी सहित वरिष्ठ अधिकारियों ने उनके विचार की सराहना की और उन्होंने जल्द ही विभिन्न स्थानों पर 16 लाउड स्पीकर लगाए।
पुलिस अधिकारी को लगता है कि नागरिकों में देशभक्ति और गर्व की भावना पैदा करने के अलावा, राष्ट्रगान के साथ दिन की शुरुआत करना उन्हें दिन भर सक्रिय रखने में मददगार हो सकता है।
जम्मीकुंटा के इस अभ्यास से प्रेरित होकर, 2018 में पेद्दापल्ली जिले के गोदावरीखानी शहर में इसी तरह की पहल की गई।
गोदावरीखानी चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड ट्रेड ने स्थानीय अधिकारियों की मदद से 25 जगहों पर सार्वजनिक संबोधन की व्यवस्था प्रणाली स्थापित की और पूरे शहर में 111 राष्ट्रीय ध्वज फहराए।